Maharashtra: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले ठाकरे परिवार में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच टकराव अब खुलकर सामने आ गया है। हाल के दिनों में दोनों नेताओं के काफिले पर हुए हमलों ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है, जिससे ठाकरे परिवार के भीतर दरार और गहरी हो गई है।
राज ठाकरे की खुली चुनौती: “मनसे कार्यकर्ता घर तक पहुंच सकते हैं”
राज ठाकरे ने हाल ही में हुए काफिले पर हमले के बाद उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती दी है। उन्होंने साफ कहा है कि अगर उनके ऊपर फिर से हमला होता है, तो मनसे कार्यकर्ता जवाबी कार्रवाई में उद्धव ठाकरे के घर तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, उद्धव ठाकरे के तेवर भी नरम नहीं हैं। उन्होंने भी साफ कर दिया है कि जो होना है, वह अब होकर रहेगा।
हमलों का सिलसिला: बीड और ठाणे में घटनाएं
दरअसल, बीड में उद्धव ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे की कार पर सुपारी से हमला किया था। इसके जवाब में अगले दिन ठाणे में मनसे के कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे की कार पर चूड़ियां और गोबर फेंक कर हमला किया। इन घटनाओं के बाद राज्य की सियासत में उबाल आ गया है। दोनों नेता अब एक-दूसरे को कड़ी चेतावनी दे रहे हैं।
राज ठाकरे का सोशल मीडिया पर बयान
राज ठाकरे ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर विस्तार से अपने विचार रखे हैं। उन्होंने कहा कि ठाणे में मनसे कार्यकर्ताओं की यह हरकत बीड जिले में शिवसेना-यूबीटी जिला प्रमुख द्वारा की गई घटना की निंदा न करने के कारण हुई थी। उन्होंने इसे कार्यकर्ताओं की नाराजगी का परिणाम बताया। राज ठाकरे ने फेसबुक पोस्ट में उद्धव ठाकरे और उनके कार्यकर्ताओं को खुलेआम धमकी देते हुए कहा, “मुझसे पंगा मत लेना क्योंकि मेरे महाराष्ट्र के सैनिक क्या कर सकते हैं, इसका आपको अंदाजा भी नहीं है। विस्थापन की ताकत मेरे पास है।”
मनसे कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और ठाणे-पालघर जिलाध्यक्ष की प्रतिक्रिया
उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमले के बाद मनसे के 40 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। ठाणे-पालघर के जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव ने इस घटना के बारे में कहा कि शिवसैनिकों ने राज ठाकरे की गाड़ी के सामने आंदोलन करने की कोशिश की थी, जिसके जवाब में मनसे कार्यकर्ताओं ने हमला किया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई शिवसैनिक राज ठाकरे के खिलाफ जाएगा, तो उसे ऐसा ही करारा जवाब दिया जाएगा और जरूरत पड़ी तो उसे घर में घुसकर भी पीटा जाएगा।
चुनावी समीकरण: राजनीतिक गठबंधन की चुनौतियां
महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उद्धव ठाकरे की पार्टी कांग्रेस और शरद पवार के साथ गठबंधन कर चुनावी रणनीति बनाने की कोशिश में है, जबकि राज ठाकरे भाजपा नीत गठबंधन के साथ जाने की संभावना जता रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने भाजपा का साथ दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में स्थिति क्या होगी, यह देखना बाकी है।