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सीएम योगी का बिठूर महोत्सव में भाषण: भारत की आस्था को कुचलने वाले आक्रांता कभी आदर्श नहीं हो सकते

Bithoor Mahotsav in CM Yogi:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कानपुर में बिठूर महोत्सव के समापन समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने बिठूर के गौरवशाली और ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला। बिठूर, जो कि प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, मां गंगा के पवित्र सानिध्य में बसा हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि यह स्थान भारतीय संस्कृति, आस्था और विश्वास का प्रतीक है।

योगी आदित्यनाथ ने बिठूर को एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में महत्व दिया और यह बताया कि यहां की भूमि हमेशा से राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह जगह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि देश की स्वतंत्रता संग्राम में भी इसका अहम योगदान रहा है।

भारत की आस्था को कुचलने वाले आक्रांता कभी आदर्श नहीं हो सकते

सीएम योगी ने अपने भाषण में एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत की आस्था और संस्कृति को कुचलने वाले आक्रांता कभी भी आदर्श नहीं हो सकते। उनका कहना था कि जो लोग भारतीय संस्कृति, परंपराओं और आस्थाओं का अपमान करते हैं, वे देश के लिए आदर्श बनने का कोई अधिकार नहीं रखते। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की महानता उसकी संस्कृति, इतिहास और आस्था में निहित है, और इसे नष्ट करने वाले व्यक्तियों का इतिहास में कोई स्थान नहीं है।

नानाराव पेशवा की जयंती पर श्रद्धांजलि

सीएम योगी ने बिठूर महोत्सव के दौरान क्रांतिकारी नानाराव पेशवा की जयंती पर भी उन्हें नमन किया। उन्होंने नानाराव पेशवा के संघर्ष को देश के लिए प्रेरणादायक बताया और उनके द्वारा किए गए बलिदान को सम्मानित किया। नानाराव पेशवा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं में से एक थे, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

सीएम ने कहा कि नानाराव पेशवा की जयंती पर हमें उनके संघर्ष को याद करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज में बड़े बदलाव के लिए संघर्ष किया। उनके बलिदान ने न केवल उनकी पीढ़ी को प्रभावित किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणा का काम किया।

उत्कृष्टता की ओर बढ़ते हुए

सीएम योगी ने बिठूर महोत्सव के समापन समारोह में यह भी कहा कि इस तरह के महोत्सवों का आयोजन समाज को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके जरिए हम अपनी आस्था, विश्वास और संस्कृति को संरक्षित करने के साथ-साथ नई पीढ़ी को भी अपने इतिहास के बारे में जागरूक कर सकते हैं। उन्होंने सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का उल्लेख किया, जिनसे बिठूर जैसे ऐतिहासिक स्थानों का संरक्षण और संवर्धन किया जा रहा है।

बिठूर के गौरवशाली इतिहास का उल्लेख

सीएम योगी आदित्यनाथ का यह भाषण बिठूर महोत्सव में न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को पुनः स्थापित करने का एक प्रयास था, बल्कि यह देशवासियों को अपने इतिहास, संस्कृति और आस्था के प्रति गर्व महसूस करने की प्रेरणा देने वाला था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय आस्था और संस्कृति की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है, और जिनका इन पर विश्वास नहीं है, वे कभी हमारे आदर्श नहीं हो सकते।

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