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कांग्रेस का आंदोलन तेज करने का ऐलान, SIR और चुनाव आयोग के खिलाफ रामलीला मैदान में होगी मेगा रैली

कांग्रेस पार्टी ने स्टेट इंटेलिजेंस रिपोर्ट (SIR) और चुनाव आयोग के खिलाफ बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन छेड़ने का निर्णय लिया है। पार्टी का कहना है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने और विपक्षी दलों के नेताओं पर नजर रखने की गतिविधियों के खिलाफ अब देशव्यापी आंदोलन जरूरी हो गया है। इसी के तहत कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल रैली आयोजित करने की घोषणा की है, जिसमें पूरे देश से पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक शामिल होंगे।

जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस का हमला तेज

कांग्रेस का आरोप है कि SIR विपक्षी दलों के नेताओं की गैरकानूनी निगरानी कर रही है। पार्टी के अनुसार, जिन नेताओं की आवाज उठाने की क्षमता अधिक है, उन पर विशेष तौर से नजर रखी जा रही है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि इस प्रकार की जासूसी न केवल लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि विपक्ष को दबाने की कोशिश का हिस्सा भी है।

पार्टी नेतृत्व का कहना है कि SIR प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं और इसका इस्तेमाल सरकार के राजनीतिक हित साधने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर पारदर्शिता की मांग करते हुए एक स्वतंत्र जांच की आवश्यकता बताई है।

चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल

कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का दावा है कि आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी निभाने में विफल रहा है। कांग्रेस के अनुसार, कई राज्यों में चुनाव आयोग की प्रक्रियाएं संशय के घेरे में हैं, जिससे चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।

कांग्रेस ने विशेष रूप से आरोप लगाया कि बिहार में जिस तरह मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर कुछ वर्गों के नाम हटाए गए, वैसी ही प्रक्रिया अब अन्य राज्यों में भी देखी जा रही है। पार्टी का कहना है कि यह एक “भयावह षड्यंत्र” है, जिसका उद्देश्य विपक्षी वोट बैंक को कमजोर करना और लोकतांत्रिक व्यवस्था को नियंत्रित करना है।

भाजपा के प्रभाव में काम करने का आरोप

कांग्रेस ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि चुनाव आयोग पूरी तरह से भाजपा के प्रभाव में काम कर रहा है। पार्टी का कहना है कि आयोग की निष्पक्षता कहीं खो गई है और उसके निर्णयों में सत्ता पक्ष का झुकाव साफ दिखाई देता है। कांग्रेस का यह भी मानना है कि अगर चुनाव आयोग स्वतंत्र तरीके से काम नहीं करेगा, तो लोकतंत्र की संपूर्ण प्रक्रिया प्रभावित होगी।

इन आरोपों को लेकर कांग्रेस ने आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों से जवाब मांगने की तैयारी की है और इस मुद्दे को संसद से लेकर सड़क तक उठाने का ऐलान किया है।

राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की तैयारी

कांग्रेस ने अपने संगठन को सक्रिय कर दिया है और राज्यभर में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे सड़क पर उतरकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनजागरण अभियान चलाएं।

रामलीला मैदान में होने वाली मेगा रैली को इस आंदोलन की शुरुआत माना जा रहा है। कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि यह सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को बचाने की लड़ाई है।

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