आजकल लोग चश्मे की बजाय कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं। फैशन और फिल्म इंडस्ट्री में भी इसका बहुत प्रयोग होता है। हाल ही में टीवी एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन को कॉन्टैक्ट लेंस के कारण आंखों की कॉर्निया में समस्या हुई है। आइए, कॉन्टैक्ट लेंस के बारे में विस्तार से जानें।
जैस्मिन भसीन का मामला
जैस्मिन भसीन ने बताया कि 17 जुलाई को एक इवेंट में लेंस पहनने के बाद उनकी आंखों में दर्द शुरू हो गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें दिखना बंद हो गया और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। अब उनकी हालत पहले से बेहतर है।
कॉन्टैक्ट लेंस के फायदे और हानियाँ
कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग के साथ कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं:
- संक्रमण का जोखिम: गलत तरीके से लेंस पहनने या साफ-सफाई न करने से आंखों में बैक्टीरिया, वायरस या फंगस का संक्रमण हो सकता है। इससे सूजन, जलन, लालिमा, खुजली, दर्द और दृष्टि हानि हो सकती है।
- सूखापन और जलन: लेंस आंखों की प्राकृतिक नमी को सोख लेते हैं, जिससे सूखापन और जलन हो सकती है।
- एलर्जी: कुछ लोगों को लेंस के मटेरियल से एलर्जी हो सकती है, जिससे लालिमा, खुजली और जलन होती है।
- कॉर्निया की क्षति: संक्रमण के कारण कॉर्निया में घाव भी हो सकता है।
कॉन्टैक्ट लेंस का सही उपयोग
लेंस पहनने से पहले नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लेना अनिवार्य है। निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:
- गुणवत्तापूर्ण लेंस: हमेशा उच्च गुणवत्ता वाले लेंस खरीदें।
- हाथों की स्वच्छता: लेंस पहनने और उतारने से पहले हाथ अच्छी तरह धोकर सुखाएं।
- लेंस की देखभाल: लेंस को हर रोज सही तरीके से साफ करें।
- रात में लेंस न पहनें: सोते समय लेंस न पहनें, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
निष्कर्ष
कॉन्टैक्ट लेंस का सही तरीके से उपयोग करना सुरक्षित हो सकता है। गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर यह आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, नेत्र विशेषज्ञ की सलाह का पालन करें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।