उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक भयानक हादसा हुआ, जब शटरिंग का कारोबार करने वाले रियाजुद्दीन के घर में अचानक एक सिलेंडर फट गया। इस दर्दनाक घटना में तीन महिलाओं सहित अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। यह घटना सिकंदराबाद के गुलावठी रोड स्थित आशापुरी कॉलोनी में हुई, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। हादसे की सूचना मिलते ही एसपी सिटी, एसडीएम, सीओ और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और बचाव कार्य में जुट गईं। जेसीबी की मदद से मलबे को हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
डीएम का बयान
बुलंदशहर के डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि रात करीब 8:30 से 9 बजे के बीच यह सिलेंडर विस्फोट हुआ। घर में 18 से 19 लोग मौजूद थे, जिनमें से 8 को गंभीर स्थिति में अस्पताल भेजा गया है। डीएम ने कहा कि रियाजुद्दीन का घर सिलेंडर फटने से पूरी तरह से जमींदोज हो गया। राहत कार्य में फायर ब्रिगेड, पुलिस, नगर निगम, मेडिकल टीम और एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मौतों की संख्या बढ़ी
इस हादसे के बाद डीएम सीपी सिंह ने शुरुआत में 5 लोगों की मौत की पुष्टि की थी, लेकिन बाद में बताया गया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। एक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटनास्थल पर NDRF, नगर पालिका की टीम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी राहत कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट रसोई गैस सिलेंडर के कारण हुआ था या ऑक्सीजन सिलेंडर के कारण।
पिछले हादसे की याद
यह पहली बार नहीं है जब सिलेंडर विस्फोट के कारण जनहानि हुई है। कुछ महीने पहले, राजधानी लखनऊ में भी एक सिलेंडर फटने की घटना सामने आई थी। उस समय कुछ लोग चाय बना रहे थे, जब अचानक सिलेंडर में विस्फोट हो गया। लोगों ने जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया था। उस समय कुछ लोगों ने नल के माध्यम से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की थी, जिसके चलते बड़ा हादसा टल गया था।
सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता
बुलंदशहर की यह घटना एक बार फिर से गैस सिलेंडर के सुरक्षित उपयोग की आवश्यकता को रेखांकित करती है। लोग अक्सर गैस सिलेंडरों के प्रति लापरवाह हो जाते हैं, जिससे ऐसे हादसों का सामना करना पड़ता है। प्रशासन ने इस घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
राहत कार्य की प्रक्रिया
हादसे के बाद राहत कार्य तेजी से चल रहा है, और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से लोगों को निकालने की कोशिश कर रहा है। मलबे में दबे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं, और घायलों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इस दुखद घटना ने क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है और इसे रोकने के लिए भविष्य में और भी अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता को स्पष्ट किया है।