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Delhi Elections 2025: सीएम आतिशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज, लगा ये आरोप

Delhi Elections 2025:दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में गोविंदपुरी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर सरकारी वाहन का चुनाव प्रचार में उपयोग करने का आरोप है। यह एफआईआर इस मामले में तब दर्ज की गई जब चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद विभिन्न प्रकार के उल्लंघनों की जांच शुरू की थी। पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है और मामले की विस्तृत पड़ताल की जा रही है।

सीएम आतिशी पर सरकारी वाहन का चुनाव प्रचार में उपयोग करने का आरोप

एफआईआर के मुताबिक, सीएम आतिशी पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी वाहन का इस्तेमाल अपने चुनाव प्रचार में किया, जो चुनावी नियमों के खिलाफ है। चुनाव आचार संहिता के तहत चुनावी प्रचार के दौरान किसी भी सरकारी संसाधन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आचार संहिता उल्लंघन के खिलाफ चुनाव आयोग की सख्त कार्रवाई

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू की गई है। चुनाव आयोग ने इसे लेकर सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है और उल्लंघन करने वाले नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान, नगर निगम ने 21 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की वस्तुएं जब्त की हैं, जिसमें 9 करोड़ रुपये की नकदी, ड्रग्स और शराब शामिल हैं। चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि वे चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार के अव्यवस्था या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेंगे और हर उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

विधानसभा चुनाव में आचार संहिता का महत्व

आचार संहिता चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए लागू की जाती है। इसके तहत, उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को यह निर्देशित किया जाता है कि वे सरकारी संसाधनों का चुनाव प्रचार के लिए उपयोग न करें और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार से बचें। यदि किसी भी नेता या पार्टी द्वारा इस नियम का उल्लंघन होता है, तो चुनाव आयोग तुरंत कार्रवाई करता है।

आगे की कार्रवाई और जांच

अब सीएम आतिशी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बाद पुलिस और चुनाव आयोग इस मामले की जांच कर रहे हैं। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह एक जानबूझकर किया गया उल्लंघन था या कोई गलती हुई है। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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