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Delhi में आवारा कुत्तों से मिलेगी राहत.. 5 अगस्त से एमसीडी का विशेष अभियान शुरू

Delhi News:दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) 5 अगस्त 2025 से राजधानी में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनसे जुड़े खतरों को ध्यान में रखते हुए नसबंदी और टीकाकरण का विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है। इस विशेष अभियान के अंतर्गत कुत्तों को रेबीज-रोधी टीके लगाए जाएंगे और उनका बंध्याकरण किया जाएगा। इससे पहले, एमसीडी 12 चयनित निर्वाचन क्षेत्रों में एक महीने की पायलट परियोजना चलाएगा।

12 क्षेत्रों में पायलट परियोजना

एमसीडी की स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा के निर्देश पर एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस समिति की पहली बैठक बुधवार को आयोजित हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि 12 निर्वाचन क्षेत्रों में एक माह तक पायलट परियोजना चलाई जाएगी। इसमें लगभग 70-80 प्रतिशत आवारा कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। इन क्षेत्रों के नाम पशु चिकित्सा विभाग के उप निदेशकों द्वारा जल्द प्रस्तुत किए जाएंगे।

आरडब्ल्यूए और एनजीओ से लिया जाएगा परामर्श

समिति प्रमुख सुंदर सिंह तंवर ने बताया कि कार्य योजना को अंतिम रूप देने के लिए विभाग को एक महीने का समय दिया गया है, जिसमें उन्हें आरडब्ल्यूए, एनजीओ, पशु प्रेमियों और अन्य संबंधित पक्षों से परामर्श करना होगा। इस संदर्भ में अगली बैठक सोमवार को होगी, जिसमें एनजीओ प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।

20 नसबंदी केंद्रों में बनाए जाएंगे कुत्ता आश्रय

श्रीनिवासपुरी से पार्षद और समिति सदस्य राजपाल सिंह ने बताया कि वर्तमान में एमसीडी के पास 20 नसबंदी केंद्र हैं। इन सभी केंद्रों में एक-एक कुत्ता आश्रय बनाने का निर्णय लिया गया है। इन आश्रयों में विशेष रूप से आक्रामक और आदतन काटने वाले कुत्तों को रखा जाएगा। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत केंद्र सरकार से मिलकर मौजूदा नियमों में संशोधन की योजना है, ताकि ऐसे कुत्तों को 10 दिनों से अधिक समय तक सुरक्षित रूप से रखा जा सके।

सर्वेक्षण और अब तक की उपलब्धि

2022-23 में हुए सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली में कुत्तों की संख्या लगभग 10 लाख आंकी गई थी। वर्ष 2023 में एमसीडी ने 4.68 लाख आवारा कुत्तों की नसबंदी की थी। अब नए अभियान के तहत इस संख्या में और वृद्धि की योजना है। इसके अलावा, डीडीए से हस्तांतरित एक नया भूखंड भी नसबंदी और टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे कुल केंद्रों की संख्या 21 हो जाएगी।

दैनिक लक्ष्य और सुप्रीम कोर्ट की सख्ती

अभी एमसीडी के 20 नसबंदी केंद्रों का संचालन 13 गैर सरकारी संगठनों द्वारा किया जा रहा है। इन केंद्रों की क्षमता प्रतिदिन 10,000 कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में रेबीज से संबंधित मामलों पर स्वतः संज्ञान लिए जाने के बाद एमसीडी ने इस दिशा में तेजी से कार्रवाई शुरू की है।

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