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देवजीत सैकिया बने बीसीसीआई के नए सचिव, जय शाह की कुर्सी पर काबिज

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 12 जनवरी 2025 को अपनी विशेष आम बैठक (AGM) में नए सचिव का चुनाव किया। देवजीत सैकिया को इस पद के लिए चुना गया है, और वे अब बीसीसीआई के नए सचिव होंगे। देवजीत सैकिया ने बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह की जगह ली है, जो अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अध्यक्ष बन चुके हैं। सैकिया की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि उन्होंने पहले बीसीसीआई के अंतरिम सचिव के रूप में कार्य किया था, जब जय शाह ने 1 दिसंबर 2024 को आईसीसी चेयरमैन का पद संभाला था।

जय शाह की जगह पर देवजीत सैकिया

बीसीसीआई के सचिव का पद हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि यह बोर्ड के प्रशासनिक कार्यों और नीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाता है। जय शाह, जो भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक हैं, ने अब तक इस पद पर महत्वपूर्ण कार्य किए थे, लेकिन अब वे ICC के चेयरमैन बन गए हैं। उनके पद से हटने के बाद, देवजीत सैकिया को इस जिम्मेदारी को संभालने का मौका मिला है।

सैकिया ने 1 दिसंबर 2024 से बीसीसीआई के अंतरिम सचिव के रूप में कार्य करना शुरू किया था, जब जय शाह ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारियों के चलते बीसीसीआई के सचिव का पद छोड़ दिया था। अब, उनके स्थायी सचिव बनने से बोर्ड के प्रशासनिक ढांचे में बदलाव आ सकता है।

देवजीत सैकिया का करियर और बीसीसीआई में योगदान

देवजीत सैकिया ने बीसीसीआई में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभालते हुए अपनी पहचान बनाई है। वे एक सक्षम और अनुभवी प्रशासक माने जाते हैं, जिन्होंने बोर्ड के कार्यों में सुधार लाने और क्रिकेट के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनका बीसीसीआई में कार्यकाल विविध अनुभव से भरा रहा है, जो उन्हें सचिव के पद पर प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए तैयार करता है।

सैकिया की नियुक्ति के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि वे बीसीसीआई के प्रशासनिक कामकाज में नई दिशा देंगे और क्रिकेट की नीतियों और कार्यक्रमों को सुदृढ़ करेंगे। उनकी विशेषज्ञता और बीसीसीआई में उनके लंबे अनुभव को देखते हुए, यह माना जा रहा है कि वे बोर्ड के लिए एक मजबूत और सकारात्मक नेतृत्व प्रदान करेंगे।

जय शाह का प्रभाव और सैकिया की चुनौती

जय शाह ने बीसीसीआई सचिव के रूप में क्रिकेट जगत में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए थे, और उनके प्रभाव का आकलन क्रिकेट प्रेमी और विशेषज्ञ दोनों ने किया है। अब, देवजीत सैकिया के सामने यह चुनौती होगी कि वे शाह द्वारा किए गए कार्यों को जारी रखें और बीसीसीआई के कार्यों को और बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।

सैकिया के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन उनके पास क्रिकेट प्रशासन के क्षेत्र में पर्याप्त अनुभव है, जिससे वे बीसीसीआई के सचिव के रूप में प्रभावी कार्य कर सकते हैं।

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