Premanand Ji Maharaj Kohli Anushka:रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार 18 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए 3 जून 2025 को आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में खेले गए इस रोमांचक फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रन से मात दी। जीत के बाद विराट कोहली की आंखों से छलकते आंसू, और अनुष्का शर्मा की भावुक प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर छा गई है। इस खुशी के मौके पर इंटरनेट पर एक और वीडियो जबरदस्त वायरल हो रहा है—जिसमें विराट कोहली आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात कर रहे हैं।
प्रेमानंद महाराज की वो बात, जो अब हर कोई याद कर रहा है
जनवरी 2025 में विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और बच्चों वामिका तथा अकाय के साथ वृंदावन पहुंचे थे। वहां उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज से आशीर्वाद लिया और कुछ वक्त उनके साथ बिताया। उसी मुलाकात का एक वीडियो अब वायरल हो रहा है, जिसमें महाराज जी विराट को कुछ गूढ़, मगर प्रेरणादायक बातें कहते नजर आ रहे हैं।
गुरुजी ने विराट से कहा था—”अभ्यास में कभी कमी नहीं होनी चाहिए। मेहनत और समर्पण ही असली धर्म है। हार-जीत आती जाती रहती है, लेकिन जो इंसान धैर्य रखकर अपने कर्म में लगे रहता है, उसे सफलता जरूर मिलती है।”अब जब विराट की टीम ने पहली बार IPL ट्रॉफी अपने नाम की है, तो फैंस और सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को जोड़ रहे हैं RCB की जीत से।
क्या आध्यात्मिक ऊर्जा बनी जीत का आधार?
RCB की इस जीत को सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा का परिणाम भी कहा जा रहा है। विराट कोहली मैदान पर हमेशा एकाग्रता, समर्पण और अनुशासन के प्रतीक रहे हैं, और प्रेमानंद जी महाराज जैसे आध्यात्मिक गुरु के मार्गदर्शन ने शायद उन्हें मानसिक रूप से और भी अधिक सशक्त किया।
फैंस का मानना है कि गुरुजी की वह मुलाकात सिर्फ एक संयोग नहीं, बल्कि एक प्रेरणा थी, जिसने विराट और उनकी टीम को अंत तक जूझने का साहस दिया।
विराट कोहली के आंसू और प्रेमानंद जी की सीख: एक अद्भुत संगम
मैच खत्म होते ही विराट कोहली घुटनों पर बैठकर रोने लगे। उनकी आंखों में खुशी, राहत और वर्षों की मेहनत झलक रही थी। अनुष्का शर्मा ने उन्हें गले लगाया, और वह पल हर भारतीय फैन के दिल में बस गया।उसी वक्त सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज का वो वीडियो ट्रेंड करने लगा, जिसमें उन्होंने विराट को यही बताया था कि “असफलता स्थायी नहीं होती, धैर्य और विश्वास ही असली ताकत है।”