UP News -उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में मिल्कीपुर उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने सभी पदाधिकारियों को समन्वय के साथ काम करने की सलाह दी और मतदाता सूची में नाम जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। योगी ने 30 सितंबर तक 7000 नए वोट जोड़ने का लक्ष्य रखा, जिससे पार्टी की स्थिति को मजबूत किया जा सके।
बैठक में अनुपस्थित प्रमुख चेहरे
हालांकि, इस बैठक में कई प्रमुख पार्टी चेहरों की अनुपस्थिति से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज दिखाई दिए। विशेष रूप से लल्लू सिंह, जो पार्टी के महत्वपूर्ण नेता हैं, उनकी अनुपस्थिति ने योगी को गुस्सा दिलाया। मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की लापरवाही पार्टी के लक्ष्यों को प्रभावित कर सकती है।
योगी की कड़ी प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए। उनका मानना है कि यदि पार्टी को अपने लक्ष्यों को हासिल करना है, तो सभी को एकजुट होकर काम करना होगा। उन्होंने बैठक में उपस्थित नेताओं को यह भी याद दिलाया कि आगामी चुनावों में जीत केवल संगठन की मेहनत और एकता से ही संभव है।
मतदाता सूची का महत्व
मुख्यमंत्री ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पार्टी की सफलता को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझें और इस कार्य में सक्रिय रूप से भाग लें।
बैठक का उद्देश्य और दिशा-निर्देश
इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी के भीतर अनुशासन और एकता को कितनी अहमियत देते हैं। उनकी नाराजगी इस बात का संकेत है कि चुनावी राजनीति में हर किसी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। लल्लू सिंह और अन्य अनुपस्थित नेताओं को इस घटना से सीख लेना चाहिए कि किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं है, विशेषकर जब बात पार्टी की प्रतिष्ठा और चुनावी सफलता की हो।