Diwali 2025:दीवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। यह पर्व भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के पश्चात अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। मान्यता है कि उस दिन अयोध्यावासियों ने घी के दीये जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से यह पर्व प्रकाश का प्रतीक बन गया।
दीपावली का दिन न केवल धार्मिक रूप से, बल्कि आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन विशेष रूप से धन की देवी मां लक्ष्मी और बुद्धि एवं शुभ-लाभ के प्रतीक भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है। घरों को दीयों, रंगोलियों और लाइटों से सजाया जाता है ताकि शुभ ऊर्जा का आगमन हो सके और घर में समृद्धि बनी रहे।
लक्ष्मी-गणेश पूजन में अर्पित करें ये विशेष वस्तुएं
1. खील-बताशे से करें पूजा की शुरुआत
दीवाली पर एक-दूसरे को खील-बताशे बांटने की परंपरा बहुत प्राचीन है। इसे शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। पूजा थाली में खील-बताशे ज़रूर रखें और पूजन के समय इन्हें मां लक्ष्मी व गणेश जी को अर्पित करें। मान्यता है कि इससे देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
2. भोग में लगाएं खास व्यंजन
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए केसर की खीर का भोग विशेष रूप से फलदायी माना गया है। केसर धन, वैभव और सौभाग्य का प्रतीक है। वहीं, भगवान गणेश को मोदक और लड्डू अत्यंत प्रिय हैं। अतः उन्हें लड्डू अर्पित करें। पूजा के पश्चात इन भोगों को प्रसाद के रूप में परिवार और आसपास के लोगों में बांटें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
3. इन विशेष फूलों से करें पूजन
दीवाली की पूजा में फूलों का विशेष महत्व होता है। मां लक्ष्मी को सफेद रंग के फूल जैसे चमेली आदि अर्पित करने चाहिए, क्योंकि सफेद रंग शुद्धता और शांति का प्रतीक होता है। इसके अलावा कमल का फूल मां लक्ष्मी का प्रिय पुष्प माना गया है। कमल को पूजन में शामिल करने से देवी लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं।
भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए आप अपराजिता की जड़ भी अर्पित कर सकते हैं। यह जड़ नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर शुभता प्रदान करती है। ऐसे पुष्प और पौधों को पूजन में शामिल करने से साधक को न केवल लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, बल्कि जीवन में सुख, शांति और सफलता भी बनी रहती है।
उपसंहार
दीवाली न केवल रोशनी और उल्लास का पर्व है, बल्कि यह आत्मशुद्धि, देवपूजन और आध्यात्मिक उन्नति का अवसर भी है। इस दिन अगर आप विधिवत पूजा में खील-बताशे, विशेष भोग और शुभ फूल अर्पित करते हैं, तो निश्चित रूप से देवी लक्ष्मी और गणेश जी की कृपा प्राप्त होगी। इससे आपके जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और सकारात्मकता बनी रहेगी।
इस दिवाली, धर्म और परंपरा के अनुसार पूजन करके अपने जीवन को शुभ और उज्ज्वल बनाएं।

