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लेह में सुबह-सुबह डोली धरती, 3.7 तीव्रता का भूकंप; लोगों में दहशत, कोई नुकसान नहीं

Ladakh Earthquake:रविवार की सुबह लद्दाख के लेह क्षेत्र में अचानक धरती हिलने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 मापी गई, जो कि हल्की श्रेणी में आता है। यह भूकंप सुबह 8 बजकर 24 मिनट पर आया और इसके झटके कुछ सेकंड्स तक महसूस किए गए। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इस भूकंप से किसी प्रकार की जान या माल की क्षति की कोई सूचना नहीं मिली है।

भूकंप का केंद्र और गहराई

भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र लेह के आसपास का क्षेत्र रहा। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर बताई गई है, जो इसे सतह के काफ़ी करीब बनाती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इतनी गहराई वाले भूकंप के झटके सतह पर महसूस तो होते हैं, लेकिन आमतौर पर इससे बड़ी क्षति नहीं होती। हालांकि, यह इस बात का संकेत ज़रूर है कि यह इलाका भूकंपीय रूप से सक्रिय और संवेदनशील है।

लोगों में डर, घरों से बाहर निकलने की होड़

सुबह-सुबह जब लोग अपने रोजमर्रा के कामों की शुरुआत कर रहे थे, तभी अचानक आए इन झटकों ने सभी को हैरान कर दिया। कई लोगों ने जैसे ही झटके महसूस किए, वे घबराकर घरों से बाहर निकल आए। कुछ सेकंड तक चली यह हलचल भले ही कम तीव्रता की रही, लेकिन इसने लोगों को भयभीत कर दिया। खासकर बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों को अधिक डर महसूस हुआ।

प्रशासन सतर्क, राहत टीम अलर्ट पर

भूकंप के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने स्थिति का जायजा लिया। आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों को सक्रिय कर दिया गया, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, शुरुआती जांच में किसी प्रकार की हानि की पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन द्वारा यह भी कहा गया है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और शांत रहें।

भूकंप संभावित क्षेत्र में सावधानी ज़रूरी

लेह और उसके आसपास के क्षेत्र को पहले से ही भूकंपीय गतिविधियों के लिहाज़ से संवेदनशील माना जाता है। अतीत में भी इस इलाके में कई बार हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे क्षेत्रों में भूकंप से बचाव और जागरूकता बहुत ज़रूरी है। प्रशासन को चाहिए कि वह समय-समय पर मॉक ड्रिल और प्रशिक्षण शिविर आयोजित करे ताकि किसी भी आपदा के समय लोग घबराए नहीं।

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