Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के दौरान हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक संगम स्थल पर आते हैं, जिससे वहां की सड़कें भीड़ से जाम हो जाती हैं। इस बार भी यही स्थिति देखने को मिल रही है। बढ़ती हुई संख्या में श्रद्धालुओं के कारण सड़कें जाम हो रही हैं, बस अड्डे पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया है और यातायात व्यवस्था में भारी परेशानी हो रही है। इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन ने आपातकालीन योजना लागू कर दी है। इस योजना के तहत यातायात के रूट में बदलाव किए गए हैं और यात्रियों को अधिक सुविधा देने के लिए शटल बसों की व्यवस्था की गई है।
रूट में बदलाव और यातायात की नई व्यवस्था
महाकुंभ क्षेत्र में बढ़ती भीड़ और जाम की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कई प्रमुख रूटों में बदलाव किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य यातायात को सुचारू रूप से चलाना और श्रद्धालुओं को सही समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचाना है। सड़कें जाम होने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। अब प्रशासन ने प्रमुख रूटों को डायवर्ट करने का निर्णय लिया है, ताकि वाहनों का आवागमन सहज और बिना रुकावट के हो सके।
पार्किंग की व्यवस्था और रोडवेज बसों का संचालन
पार्किंग स्थलों पर भी भारी भीड़ जमा हो रही है, जिससे रोडवेज की बसों को पार्क करने में परेशानी हो रही है। इसके कारण, रोडवेज ने अपने आपातकालीन योजना के तहत कई नए कदम उठाए हैं। यात्रियों के लिए नई शटल बसों का संचालन बेली कछार से भी शुरू कर दिया गया है। इन शटल बसों का उद्देश्य यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से पहुंचाना है। हालांकि, बसों की संख्या सीमित होने के कारण कई यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ रहा है।
भीड़ के बावजूद सीमित बसों की चुनौती
महाकुंभ में यात्री संख्या बहुत अधिक है, और इस दौरान बसों की संख्या सीमित होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन ने अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है, लेकिन फिर भी भीड़ के कारण बसों की आवाजाही सीमित है। यात्री ज्यादा इंतजार करने के बाद अपनी यात्रा पूरी कर पा रहे हैं। इसके बावजूद, प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए हैं, ताकि वे सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से महाकुंभ क्षेत्र तक पहुंच सकें।
महाकुंभ क्षेत्र में बढ़ती भीड़ के कारण यातायात की समस्या
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ और यातायात की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने आपातकालीन योजना लागू कर दी है। रूट में बदलाव, पार्किंग व्यवस्था और शटल बसों के संचालन से यात्रियों को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, यात्री संख्या अधिक होने के कारण अभी भी कुछ समस्याएं बनी हुई हैं, लेकिन प्रशासन अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।