Terrorists in Kathua: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना ने आतंकवादियों को चारों ओर से घेर लिया है। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों को स्थानीय लोगों से सूचना मिली थी कि इस इलाके में पांच आतंकवादी छिपे हुए हैं। इसके बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग करना शुरू कर दिया।
सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई
जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की, तो भारतीय सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। जवानों ने मुठभेड़ में जवाबी फायरिंग की और आतंकवादियों को अपनी पोजीशन से बाहर निकलने का कोई मौका नहीं दिया। मुठभेड़ के दौरान इलाके में भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी जा रही हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी सुरक्षाकर्मी या आतंकवादी के मारे जाने या घायल होने की सूचना नहीं है।
7 साल की बच्ची हुई घायल
मुठभेड़ के दौरान एक दुखद घटना भी सामने आई है। गोलीबारी के कारण एक सात साल की बच्ची घायल हो गई। बच्ची को गोली लगने के बाद स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन घटनास्थल पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबलों की ओर से घायल बच्ची को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई।
क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तत्परता
इस मुठभेड़ को लेकर सुरक्षा बलों की तत्परता और प्रयास सराहनीय रहे हैं। भारतीय सेना ने न केवल आतंकवादियों को घेर लिया, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी हर संभव कदम उठाए हैं। सुरक्षाबलों की प्रमुख प्राथमिकता आतंकवादियों का सफाया करना और स्थानीय निवासियों को पूरी तरह से सुरक्षित रखना है। क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, ताकि मुठभेड़ के दौरान नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
स्थिति पर निगरानी
मुठभेड़ के बाद, सुरक्षाबलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया है और तलाशी अभियान जारी है। भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस एकजुट होकर इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं, ताकि आतंकवादियों को बेनकाब किया जा सके। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सुरक्षा बलों की कोशिश है कि मुठभेड़ के दौरान कोई और नागरिक हताहत न हो।
मुठभेड़ की शुरुआत
कठुआ में चल रही इस मुठभेड़ से यह स्पष्ट होता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई लगातार जारी है। हालांकि इस मुठभेड़ में अभी तक किसी के मारे जाने या गंभीर रूप से घायल होने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा बलों का प्रयास महत्वपूर्ण है। इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।