Budget 2024: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर दिया गया है। इसमें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन बिहार को कुछ महत्वपूर्ण घोषणाओं से राहत मिली है। बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के पैकेज के अतिरिक्त 58 हजार करोड़ रुपये से अधिक के फंड विभिन्न मदों में दिये जाएंगे। इस बजट में बिहार में सड़कों का जाल बिछाने के लिए 26,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, पिरपैंती पावर प्लांट के लिए 21,000 करोड़ रुपये दिये जाने की घोषणा की गई है। बाढ़ प्रबंधन के लिए 11,500 करोड़ रुपये की परियोजना का भी ऐलान किया गया है, साथ ही टूरिज्म पैकेज की भी घोषणा की गई है।
सड़क और हाईवे निर्माण के लिए बड़ी घोषणाएं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि पटना से पूर्णिया के बीच एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा और इसके लिए फंड की भी घोषणा की गई है। इसके अतिरिक्त, बक्सर से भागलपुर के बीच हाईवे बनाने और बोधगया से राजगीर, वैशाली होते हुए दरभंगा तक हाईवे बनाने का भी ऐलान किया गया है। इससे गया, नालंदा और दरभंगा समेत कई जिलों को फायदा मिलेगा। वहीं, बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का पुल बनाए जाने की भी घोषणा की गई है।
बाढ़ प्रबंधन और जल परियोजनाएं
वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए भारत सरकार नेपाल के साथ मिलकर काम करेगी। राज्य में बाढ़ नियंत्रण के लिए इस बजट में 11,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कोसी इंट्रा स्टेट लिंक और 20 अन्य परियोजनाओं के लिए खर्च होंगे। कोसी नदी से बाढ़ का सर्वे कराया जाएगा।
धार्मिक और पर्यटन विकास
वित्त मंत्री ने गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर में काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर बनाकर धार्मिक पर्यटन विकसित करने की घोषणा की। नालंदा को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का ऐलान किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार सहायता देगी। राजगीर मंदिर का भी विकास होगा और गर्म जल कुंड को सुंदर बनाया जाएगा।
औद्योगिक विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर केंद्र सरकार बिहार के गया में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी, जिससे पूर्वी क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। वित्त मंत्री ने घोषणा की कि केंद्र सरकार बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और भारत इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी। नए एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज किन स्थलों पर बनाए जाएंगे, इसकी घोषणा अभी बाकी है।