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76वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर हुआ भव्य समारोह, राष्ट्रपति मुर्मू ने तिरंगा फहराया, 21 तोपों की सलामी

Republic Day 2025 DelhiUpdates :भारत आज अपने 76वें गणतंत्र दिवस को धूमधाम से मना रहा है, और इस खास दिन पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सैन्य ताकत और सांस्कृतिक धरोहर का भव्य प्रदर्शन किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराया और इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस आयोजन को खास बना दिया।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का विशेष सान्निध्य

गणतंत्र दिवस परेड के आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस साल की परेड में एक विशेष पहलू यह है कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं। इसके साथ ही, इंडोनेशिया का 352 सदस्यीय मार्चिंग और बैंड दस्ता भी इस आयोजन का हिस्सा है, जो इस परेड को और भी भव्य बना रहा है। यह भारत और इंडोनेशिया के बीच के अच्छे रिश्तों और सहयोग को प्रदर्शित करने वाला महत्वपूर्ण अवसर है।

‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर प्रदर्शित की गईं झांकियां

गणतंत्र दिवस परेड का प्रमुख आकर्षण इस बार ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर आधारित झांकियां थीं। इस परेड में भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां और केंद्रीय मंत्रालयों तथा संगठनों की 15 झांकियां प्रदर्शित की गईं। इन झांकियों के माध्यम से भारत के समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विविधता और विकास की दिशा को दिखाया गया। खासकर, इस वर्ष संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, जो इस समारोह को और भी महत्वपूर्ण बना देती है।

लोकतंत्र की मजबूती की ओर एक और कदम

गणतंत्र दिवस के दौरान इस बार संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे होने का भी जश्न मनाया जा रहा है। यह अवसर भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संविधान के योगदान को मनाने का है। इस दिन का आयोजन भारतीय लोकतांत्रिक आदर्शों और सतत विकास की दिशा को दर्शाता है, जो भारत की उन्नति और समृद्धि की नींव है।

भारतीय लोकतंत्र की प्रगति का प्रतीक

इस वर्ष का 76वां गणतंत्र दिवस विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह संविधान के लागू होने की ‘प्लेटिनम जुबली’ भी है। कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड में सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और भारत की विकास यात्रा का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही, इस आयोजन में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और उनके सैन्य दल की भागीदारी दोनों देशों के बीच के सशक्त रिश्तों को भी प्रदर्शित करती है।

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