Health Tips:बरसात का मौसम जहां ठंडक और ताजगी लेकर आता है, वहीं यह कई प्रकार की मौसमी बीमारियों की वजह भी बनता है। खासकर सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार और मच्छरजनित बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया इस मौसम में आम हो जाती हैं। सबसे बड़ी समस्या तब होती है जब इनके लक्षण आपस में मिलते-जुलते हैं और आम लोगों को भ्रम हो जाता है कि उन्हें कौन सी बीमारी है।
सर्दी-जुकाम के लक्षण क्या हैं?
साधारण सर्दी-जुकाम को आमतौर पर वायरल इन्फेक्शन माना जाता है। इसके प्रमुख लक्षण होते हैं:
नाक बहना या बंद होना
बार-बार छींक आना
गले में खराश
खांसी
हल्का सिर दर्द और बदन दर्द
कभी-कभी हल्का बुखार
ये लक्षण आमतौर पर सांस से जुड़े होते हैं और एक हफ्ते में स्वतः ठीक हो जाते हैं। इसमें त्वचा पर दाने या घाव नहीं होते।
मच्छर के काटने से कैसे पहचानें खतरा?
साधारण मच्छर काटने पर त्वचा पर हल्का लाल उभार, खुजली और हल्की सूजन हो सकती है। यह सामान्य एलर्जिक प्रतिक्रिया होती है और अधिकतर मामलों में कोई गंभीर खतरा नहीं होता।
लेकिन, अगर मच्छर किसी संक्रमित रोग (जैसे डेंगू) को शरीर में पहुंचा दे, तो इसके लक्षण कुछ दिनों बाद शुरू होते हैं। जैसे:
तेज बुखार
शरीर और जोड़ों में तेज दर्द
सिरदर्द
आंखों के पीछे दर्द
जी मिचलाना या उल्टी
त्वचा पर चकत्तेदार दाने
क्यों होता है कन्फ्यूजन?
बहुत से लक्षण सर्दी-जुकाम और डेंगू में एक जैसे होते हैं, जैसे:
बुखार और बदन दर्द
त्वचा पर रैशेज
लिम्फ नोड्स की सूजन
इस कारण कई बार मरीज या उनके परिजन सही समय पर बीमारी की पहचान नहीं कर पाते।
कैसे करें सही पहचान?
- समय पर ध्यान दें:
मच्छर के काटते ही खुजली और सूजन जल्दी आती है, जबकि डेंगू जैसे संक्रमण के लक्षण 3–7 दिन बाद शुरू होते हैं। - लक्षणों का स्थान देखें:
नाक बहना, खांसी, गले में खराश – ये जुकाम के लक्षण हैं।
तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में तेज दर्द – ये डेंगू के संकेत हो सकते हैं। - गंभीर लक्षणों को न करें नजरअंदाज:
अगर बुखार के साथ उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते, मसूड़ों से खून, सांस लेने में तकलीफ हो तो ये गंभीर डेंगू के संकेत हैं। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

