Himachal Flood:हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य के कई जिलों में 239 सड़कें यातायात के लिए बंद हो चुकी हैं, जिससे लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। बारिश और भूस्खलन के चलते 258 ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।वहीं, 289 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से अकेले 278 योजनाएं मंडी जिले में बंद पड़ी हैं, जिससे पेयजल संकट गहराता जा रहा है।
सबसे ज्यादा असर मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मंडी जिले में सबसे ज्यादा 176 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा, कुल्लू में 36, कांगड़ा में 12, शिमला, सिरमौर और ऊना में चार-चार, और चंबा में तीन सड़कें बंद हैं।बिजली आपूर्ति बाधित होने की सबसे ज्यादा शिकायतें मंडी से ही आई हैं, जहां 230 ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं। इसके अलावा, चंबा में 20, लाहौल-स्पीति में 6, और कुल्लू में 2 ट्रांसफार्मर बंद हैं।
बढ़ता तापमान और बाढ़ की आशंका
प्रदेश में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है, लेकिन ऊना जिले में तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश और संभावित बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने नागरिकों को नदी-नालों के पास न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
कांगड़ा में दो शव बरामद, एक की हुई पहचान
कांगड़ा जिले के धमेटा क्षेत्र में पौंग झील के पास शनिवार को एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ, जिसे पहचान के लिए नूरपुर नागरिक अस्पताल में रखा गया है।इसी दिन, उपमंडल ज्वालामुखी के तहत सुजानपुर पुल के पास टिप्परी गांव में ब्यास नदी के किनारे एक और महिला का शव मिला, जिसकी पहचान पार्वती देवी, पत्नी झाबा राम, निवासी पंगलूर डाकघर सैंज, तहसील चच्योट (मंडी) के रूप में की गई है। उनकी पहचान भाई चरण सिंह द्वारा की गई।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम सतर्क
आपदा की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश की आपदा प्रबंधन एजेंसियां और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में लगे हुए हैं। रास्तों की बहाली, बिजली आपूर्ति और पेयजल योजनाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के लिए प्रयास जारी हैं। साथ ही, प्रभावित इलाकों में टीमें 24×7 निगरानी कर रही हैं।