दिल्ली-जयपुर हाईवे पर रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। झाड़सा फ्लाईओवर के पास तेज रफ्तार से आ रही एक थार SUV अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में गाड़ी में सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है और अस्पताल में इलाज चल रहा है।मृतकों में तीन युवतियां और दो युवक शामिल हैं। सभी लोग दिल्ली से जयपुर की ओर जा रहे थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि थार गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कुछ सवार गाड़ी से बाहर जा गिरे।
ओवरस्पीड बना हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि थार अत्यधिक तेज रफ्तार में थी। चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिससे गाड़ी सीधे डिवाइडर से जा टकराई। पुलिस के अनुसार, यह दुर्घटना स्पष्ट रूप से ओवरस्पीडिंग का नतीजा है।हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंच गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और घायल को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर औपचारिक जांच शुरू कर दी है।
सड़क सुरक्षा पर एक बार फिर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों की लापरवाही को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। विशेषकर हाईवे पर तेज रफ्तार गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है।विशेषज्ञों का मानना है कि हाईवे पर वाहन चलाते समय गति सीमा का पालन करना, सीट बेल्ट पहनना और सतर्क रहना बेहद जरूरी है। कई बार युवाओं में रफ्तार का जुनून ऐसे हादसों का कारण बनता है, जिसमें न सिर्फ खुद की बल्कि दूसरों की जान भी खतरे में पड़ जाती है।
प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे वाहन चलाते समय सभी ट्रैफिक नियमों का पालन करें, विशेषकर हाईवे जैसे स्थानों पर। वाहन की गति नियंत्रित रखें, मोबाइल फोन का प्रयोग न करें और नशे की हालत में गाड़ी न चलाएं।इसके साथ ही, यातायात विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे सुरक्षा उपकरणों जैसे सीट बेल्ट और हेलमेट का हमेशा प्रयोग करें ताकि दुर्घटना की स्थिति में जान-माल के नुकसान को रोका जा सके।

