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“मैं किसी काम का नहीं…” — सुसाइड नोट में लिखा छात्र ने, महीनों क्लास में नहीं गया, पर कॉलेज ने परिजनों को नहीं बताया

Greater Noida News:ग्रेटर नोएडा की प्रतिष्ठित शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बीटेक के छात्र शिवम (24 वर्ष) ने स्वतंत्रता दिवस की रात हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना नॉलेज पार्क क्षेत्र में स्थित छात्रावास की है, जहां पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। छात्र के कमरे से एक भावुक कर देने वाला सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शिवम मानसिक तनाव से जूझ रहा था।

भावुक सुसाइड नोट में जाहिर की खुद को लेकर हीन भावना

शिवम ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “जब आप यह पढ़ रहे होंगे, मैं मर चुका होऊंगा। यह मेरा निर्णय है और इसके लिए किसी को दोष न दें।” उसने लिखा कि वह खुद को किसी काम का नहीं समझता और इस दुनिया में खुद को फिट नहीं मानता। साथ ही उसने अपने माता-पिता और उन सभी लोगों से माफी मांगी, जिन्होंने उसे प्यार किया। शिवम ने आगे लिखा कि वह अब और मानसिक दबाव नहीं झेल सकता और अपनी असफलताओं से टूट चुका है।

विश्वविद्यालय की लापरवाही पर परिजनों का आक्रोश

मृतक छात्र के पिता और अन्य परिजनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शिवम कई महीनों से कक्षाओं में नहीं जा रहा था, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उन्हें इसकी कोई सूचना नहीं दी। इसके बावजूद हर सेमेस्टर की फीस समय पर वसूली जाती रही। परिजनों का कहना है कि यदि कॉलेज ने समय रहते सूचना दी होती, तो वे शिवम की मानसिक स्थिति को समझकर उसे संभाल सकते थे। यह पूरी तरह से कॉलेज प्रशासन की लापरवाही है।

एक माह में दूसरी आत्महत्या

गौरतलब है कि यह शारदा यूनिवर्सिटी में एक महीने के भीतर दूसरी आत्महत्या की घटना है। इससे पहले एक बीडीएस छात्रा ने भी हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी और अपने सुसाइड नोट में एक प्रोफेसर पर आरोप लगाए थे। एक ही संस्थान में इतने कम समय में दो आत्महत्याएं होना, इस ओर इशारा करता है कि छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विश्वविद्यालय पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा।

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