IND vs ENG:भारतीय क्रिकेट टीम ने बर्मिंघम के ऐतिहासिक क्रिकेट मैदान एजबेस्टन में 58 वर्षों बाद पहली बार टेस्ट मैच जीतकर क्रिकेट इतिहास में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह जीत खास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के पूर्व कप्तानों जैसे मंसूर अली खान पटौदी, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के लिए यह उपलब्धि हासिल करना संभव नहीं हो पाया था। लेकिन शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम ने इस बड़ी चुनौती को पार करते हुए देशवासियों के लिए गर्व का क्षण दिया।
शुभमन गिल बने पहले भारतीय कप्तान
पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 366 रन से करारी हार दी और सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। इस मैच को खास बनाने वाली बात यह है कि शुभमन गिल पहले ऐसे भारतीय कप्तान बने, जिनकी कप्तानी में भारत ने एजबेस्टन में टेस्ट मैच में जीत हासिल की। यह भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक पल साबित हुआ है।
विशाल लक्ष्य के सामने इंग्लैंड हुई हार
भारत ने इंग्लैंड को इस टेस्ट मैच में 608 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया, जो टेस्ट क्रिकेट में बहुत बड़ा आंकड़ा माना जाता है। भारतीय बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य का डटकर मुकाबला किया और गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। खासतौर पर आकाश दीप ने अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। इस प्रदर्शन के दम पर भारत ने विपक्षी टीम को पूरी तरह दबोच लिया।
भारतीय युवा टीम ने दिखाया कमाल
यह जीत भारतीय युवा क्रिकेट टीम की मेहनत, काबिलियत और साहस का परिचायक है। टीम ने बड़े दबाव के बावजूद संयम और सही रणनीति के साथ मैच में जीत हासिल की। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने न केवल आत्मविश्वास दिखाया बल्कि मैदान पर जोश और एकजुटता का बेहतरीन उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
मैच के मुख्य बिंदु
भारत ने एजबेस्टन टेस्ट मैच अपने नाम किया।
58 साल बाद पहली बार एजबेस्टन में भारत ने टेस्ट मैच जीता।
शुभमन गिल की कप्तानी में यह ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई।
भारत ने इंग्लैंड को 366 रन से पराजित किया।
आकाश दीप ने दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर कमाल किया।
भारत ने इंग्लैंड को 608 रनों का विशाल लक्ष्य दिया।