Lucknow News:प्रतिवर्ष नवरात्रि के पावन अवसर पर लखनऊ नगर एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में श्रद्धा एवं भक्ति के साथ गरबा और डांडिया जैसे धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों का भव्य रूप से आयोजन किया जाता है। यह आयोजन हमारी सनातन संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक सहभागिता के जीवंत प्रतीक हैं।जहाँ एक ओर यह कार्यक्रम जनमानस के धार्मिक भावनाओं से जुड़े होते हैं, वहीं दूसरी ओर, बीते वर्षों में यह भी देखा गया है कि कुछ स्थानों पर इन आयोजनों की मर्यादा भंग होती रही है। अनावश्यक भीड़, देर रात तक तेज़ ध्वनि में अश्लील संगीत का प्रयोग, बाहरी असामाजिक तत्वों की उपस्थिति, तथा तथाकथित ‘लव जिहाद’ जैसे मामलों के कारण सामाजिक सौहार्द एवं कानून-व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए, यह आवश्यक है कि नवरात्रि के दौरान होने वाले कार्यक्रम मर्यादित, नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न हों।
प्रवेश हेतु पहचान-पत्र की अनिवार्यता
कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश केवल आधार कार्ड अथवा किसी अन्य वैध सरकारी पहचान-पत्र के सत्यापन के उपरांत ही दिया जाए।
केवल श्रद्धालुजनों को प्रवेश
चूंकि यह धार्मिक आयोजन हैं, अतः केवल हिंदू समाज के श्रद्धालुओं को ही इन कार्यक्रमों में सम्मिलित होने की अनुमति प्रदान की जाए।
समय-सीमा का कठोर पालन
रात्रि 10:00 बजे के पश्चात कोई भी कार्यक्रम संचालित न किया जाए, जिससे ध्वनि प्रदूषण, महिला सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था प्रभावित न हो।
अश्लील या भड़काऊ गानों पर प्रतिबंध
आयोजन स्थल पर केवल धार्मिक एवं सांस्कृतिक गीतों का ही उपयोग हो, और किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक या उत्तेजक संगीत को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए।
सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
कार्यक्रम स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाए, जिससे किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके और जनसामान्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
नवरात्रि पर्व शांति गरिमा के साथ सम्पन्न
हमें पूर्ण विश्वास है कि आप लखनऊ नगर की सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक मर्यादा को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त बिंदुओं पर विचार कर आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को जारी करेंगे। आपकी सक्रिय भूमिका एवं संवेदनशील दृष्टिकोण से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि नवरात्रि पर्व शांति, श्रद्धा और गरिमा के साथ सम्पन्न हो।

