Israel-Iran War:मिडिल-ईस्ट में हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। शुक्रवार को इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमलों के बाद शनिवार को ईरान ने जबरदस्त पलटवार किया। ईरानी मिसाइलों ने इजरायल के प्रमुख शहरों को निशाना बनाया, जिसमें विशेष रूप से तेल अवीव, यरुशलम और उत्तरी इजरायल शामिल हैं।ईरान ने आयरन डोम सुरक्षा प्रणाली को चकमा देते हुए सैकड़ों मिसाइलें दागीं, जिससे इजरायल के कई इलाकों में भारी तबाही हुई। जवाबी हमले के तहत ईरान ने इजरायल के सैन्य और संभावित परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया।
तेल अवीव, यरुशलम और अन्य शहरों में तबाही
मीडिया रिपोर्ट्स और सामने आए वीडियोज के अनुसार, मिडिल-ईस्ट में इजरायल के कई बड़े शहरों पर मिसाइल हमलों के दृश्य देखे गए। इन हमलों में रिहायशी इमारतों, सरकारी परिसरों और रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है।तेल अवीव और यरुशलम में हुए विस्फोटों के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। कई इलाकों में सायरन बजने लगे और नागरिकों से बंकरों में जाने की अपील की गई।
ईरानी जनरलों की हत्या बनी हमले की वजह
यह हिंसक टकराव तब शुरू हुआ जब इजरायल ने शुक्रवार को एक बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए ईरान के कई शीर्ष सैन्य जनरलों को मार गिराया। इस घटना के तुरंत बाद ही ईरान ने अपनी सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखते हुए हमले की तैयारी शुरू कर दी थी।ईरान की सरकारी मीडिया ने बताया कि यह हमला पूरी तरह से “जवाबी कार्रवाई” है और अगर इजरायल ने फिर से आक्रामक रुख अपनाया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
वैश्विक संकट की आशंका
इस ताजा टकराव से न केवल मिडिल-ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ गई है। इस संघर्ष से तेल आपूर्ति बाधित होने की आशंका है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर असर पड़ सकता है।संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां लगातार शांति की अपील कर रही हैं, लेकिन दोनों देशों की स्थिति फिलहाल टकराव की ओर इशारा कर रही है।