Kanwar Yatra 2025:सावन के अंतिम सोमवार से पहले मुरादाबाद में कांवड़ यात्रा का भव्य उत्साह देखने को मिला। दिल्ली रोड से लेकर शहर की मुख्य सड़कों तक कांवड़ लेकर शिवभक्तों का भारी रेला उमड़ पड़ा। भक्तगण गंगाजल से भरी कांवड़ कंधों पर लटकाए, हाथों में त्रिशूल लिए और सिर पर रुद्राक्ष की माला पहने, हर-हर महादेव के जयघोष के साथ यात्रा कर रहे थे।दिल्ली रोड पर बृजघाट से लेकर मुरादाबाद तक कांवड़ लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि पूरा इलाका भक्तिमय माहौल में डूब गया। हर दिशा से शिवभक्ति की गूंज सुनाई दे रही थी, जिससे पूरे शहर में आध्यात्मिक उल्लास फैल गया।
हाईवे पर उमड़ा जनसैलाब, भक्तिमय माहौल
रविवार से ही मुरादाबाद में कांवड़ यात्रा का जनसैलाब बढ़ने लगा। खासकर दिल्ली रोड, कांठ रोड और बाइपास मार्ग पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या देखी गई। हर उम्र और वर्ग के लोग इस पवित्र यात्रा में सम्मिलित होकर शिवभक्ति में लीन थे। कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति भाव पूरे शहर को प्रभावित कर रहा था।श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि स्थानीय प्रशासन को यातायात और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध करने पड़े। भक्तों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने रूट डायवर्जन भी किया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: ड्रोन से रखी जा रही निगरानी
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए जिला प्रशासन ने ड्रोन का सहारा लिया। दिल्ली रोड, कांठ रोड और बाइपास मार्ग पर ड्रोन से सतत निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी असामाजिक घटना को रोका जा सके।साथ ही, पुलिस कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर नजर रख रही है। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रही है। ड्रोन के जरिए प्रशासन को हर छोटे बड़े घटना की जानकारी तुरंत मिल रही है, जिससे सुरक्षा बल तेजी से कार्रवाई कर पा रहे हैं।
कांवड़ शिविरों में भक्तों का भव्य स्वागत
मुरादाबाद के विभिन्न हिस्सों में स्थापित कांवड़ शिविरों में श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रशासन और स्थानीय लोगों ने मिलकर श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और पानी की समुचित व्यवस्था की।यह सभी इंतजाम इस पावन यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए किए गए हैं। कांवड़ यात्रा में आए भक्तों ने यहां ठहरकर अपनी श्रद्धा और भक्ति का अनुभव साझा किया।