Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 9 फरवरी, रविवार को दोपहर 1:00 बजे से प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया है। पहले यह योजना थी कि स्टेशन स्नान पर्व से दो दिन पहले, यानी 10 फरवरी को बंद किया जाएगा, लेकिन अचानक बढ़ी हुई भीड़ और ट्रैफिक की समस्या के कारण प्रशासन ने इसे एक दिन पहले बंद करने का निर्णय लिया। 12 फरवरी को पूर्णिमा स्नान का पर्व है, जिस दिन भीड़ और ज्यादा बढ़ने की संभावना है, जिससे स्टेशन को बंद करने का यह फैसला लिया गया।
भीड़ नियंत्रण के लिए तत्काल कदम उठाए गए
प्रयागराज संगम स्टेशन महाकुंभ क्षेत्र से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। स्टेशन को बंद करने के बाद, यात्री अब दारागंज और प्रयागराज संगम जैसे अन्य स्टेशन से यात्रा करेंगे। गौरतलब है कि दारागंज स्टेशन को पहले ही स्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने स्टेशन को दोपहर 1:00 बजे से बंद करने का निर्णय लिया, जबकि पहले इसे अगले दिन सुबह बंद किया जाना था। इस निर्णय का उद्देश्य भीड़ को नियंत्रित करना और यातायात व्यवस्था में सुधार लाना है।
महाकुंभ में बढ़ती हुई भीड़ के कारण व्यवस्थित करने में परेशानी
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिसके कारण मेला क्षेत्र और शहर में व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं। पिछले कुछ दिनों से रोजाना एक करोड़ से अधिक लोग संगम में स्नान करने पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात, सुरक्षा, और अन्य व्यवस्थाओं पर भारी दबाव पड़ा है। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी खुद मेला क्षेत्र में पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।
पुलिसकर्मी 16 से 18 घंटे तक निरंतर ड्यूटी कर रहे हैं, और कई बार तो 50 घंटे तक बिना रुके काम करना पड़ रहा है। इन अधिकारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण मेला क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्था में सुधार हुआ है।
ट्रैफिक जाम पर नियंत्रण
महाकुंभ के दौरान यातायात की समस्या को लेकर डीआईजी वैभव कृष्ण ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि पुलिस कमिश्नरेट से लगातार समन्वय किया जा रहा है। इस समय मेला क्षेत्र में कहीं भी ट्रैफिक जाम नहीं है क्योंकि वाहन यातायात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। श्रद्धालु अब पैदल ही संगम की ओर बढ़ रहे हैं। सिर्फ वीआईपी मूवमेंट की अनुमति दी गई है, लेकिन इसके बावजूद आम श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो रही है।
अग्रिम कदम और प्रशासन का दृष्टिकोण
प्रशासन का यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगमता को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। यदि भविष्य में भीड़ और बढ़ती है, तो यह स्टेशन पूर्णिमा तक बंद रखा जा सकता है। पुलिस और प्रशासन का उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभा सकें, और उन्हें यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो।