महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को शिवसेना (यूबीटी) के चुनाव चिह्न को लेकर तीखा हमला किया। शिंदे ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) का चुनाव चिह्न, जलती हुई मशाल, लोगों के बीच असहमति और फूट डालने का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस चुनाव चिह्न का उद्देश्य समाज में दंगे भड़काना और समुदायों के बीच दरार पैदा करना है।
उन्होंने परांडा निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने इस क्षेत्र में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा, क्योंकि उन्हें लग गया था कि वे यह क्षेत्र हारने जा रहे हैं। शिंदे ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) ने अपना चुनाव चिह्न मशाल बेच दिया और इस क्षेत्र को छोड़ दिया। मुख्यमंत्री के अनुसार, जलती मशाल का मतलब क्रांति नहीं, बल्कि समाज में आग लगाना और सांप्रदायिक विभाजन फैलाना है।
शिंदे का कांग्रेस और शिवसेना के गठबंधन पर बयान
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि जब (अविभाजित) शिवसेना ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, तो वह पार्टी के लिए एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण दिन था। शिंदे ने यह भी याद दिलाया कि शिवसेना के कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद पार्टी का इतिहास पीछे की ओर मुड़ गया। मुख्यमंत्री ने कहा, ”हमने इस स्थिति का विरोध किया और तानाजी सावंत हमारे साथ आ गए।” उनका कहना था कि शिवसेना का मूल उद्देश्य और संघर्ष कांग्रेस से गठबंधन करने के बाद कमजोर पड़ गया था।
किरीट सोमैया का कांग्रेस पर आरोप
महाराष्ट्र भाजपा के नेता किरीट सोमैया ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी 1947 से पहले की मुस्लिम लीग की तरह बन गई है और वह मुस्लिम समुदाय को धर्म के आधार पर भड़का रही है। सोमैया ने कहा कि कांग्रेस मुस्लिमों को यह भरोसा दिला रही है कि वे उनकी सारी मुरादें पूरी करेंगे, लेकिन इससे समाज में और भी ज्यादा दरार पड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को कांग्रेस की नीतियों के बारे में जागरूक करेंगे और इस बात का संदेश देंगे कि बंटेंगे तो कटेंगे।
महा विकास आघाड़ी की गारंटियों पर केंद्रीय मंत्री का बयान
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने महा विकास आघाड़ी (MVA) की गारंटियों को झूठा वादा करार दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने के बाद अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया है। रेड्डी ने कहा कि इन तीन राज्यों में कांग्रेस ने एक भी गारंटी लागू नहीं की और उनकी घोषणाएं पूरी तरह से निराधार साबित हुईं। उनका कहना था कि महा विकास आघाड़ी की गारंटियां भी ऐसी ही झूठी साबित होंगी।
इस तरह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, भाजपा नेता किरीट सोमैया और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं, जिससे आगामी चुनावी माहौल और भी गरमाता जा रहा है।