IND vs PAK:14 सितंबर को खेले जाने वाले एशिया कप 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मैच सिर्फ एक खेल भर नहीं रहा, बल्कि अब यह राजनीतिक बहस और बयानबाजी का मुद्दा बन गया है। खासतौर पर बीजेपी नेता मनोज तिवारी के बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
“पाकिस्तान खुद ही हारा-मरा पड़ा है”
बीजेपी सांसद और गायक से नेता बने मनोज तिवारी ने इस मैच को लेकर तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा,“वैसे तो पाकिस्तान खुद ही हारा-मरा पड़ा है, लेकिन भारत खेल को खेल भावना से खेलेगा। हमारा मकसद सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान को हराना है।”मनोज तिवारी ने यह भी साफ किया कि भारत की टीम पाकिस्तान में जाकर मैच नहीं खेल रही है, बल्कि यह मुकाबला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की बाध्यता के तहत खेला जा रहा है।उनका इशारा एशिया कप और ICC टूर्नामेंट्स की उन शर्तों की ओर था, जिनमें भाग लेने से इनकार करने पर टीम को अंक गंवाने और टूर्नामेंट से बाहर होने जैसे नतीजे झेलने पड़ सकते हैं।
द्विपक्षीय सीरीज नहीं, सिर्फ वैश्विक मंच पर मुकाबला
इस विषय पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत की नीति साफ है –“जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता, तब तक उससे कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाएगी।”ठाकुर ने बताया कि भारत पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेल रहा है और आगे भी यह रुख बरकरार रहेगा।
वैश्विक नियमों की बाध्यता
मनोज तिवारी और अनुराग ठाकुर दोनों ने यह स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेना एक रणनीतिक बाध्यता है, न कि कोई दोस्ताना संबंधों का प्रतीक। तिवारी ने दोहराया कि पाकिस्तान के साथ मैदान में मुकाबला केवल खेल भावना और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत हो रहा है।
राजनीति बनाम क्रिकेट: विपक्ष के सवाल
वहीं विपक्षी पार्टियों ने इस मैच के आयोजन और सरकार की अनुमति पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब दोनों देशों के बीच संबंध इतने तनावपूर्ण हैं, तब क्रिकेट जैसे आयोजनों को टाला जाना चाहिए।हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर भी भारत-पाक मैच को लेकर विरोध तेज हो गया है। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #BoycottIndVsPak और #ShameOnBCCI जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

