Delhi News: सोमवार की शाम करीब 6:50 बजे, दिल्ली के दिल कहे जाने वाले पुराने इलाके में एक जोरदार विस्फोट ने पूरे शहर को हिला दिया। यह धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास हुआ, जहाँ उस समय ट्रैफिक सामान्य रूप से चल रहा था। चश्मदीदों के अनुसार, अचानक एक गाड़ी से तेज धमाका हुआ और देखते ही देखते चारों तरफ अफरातफरी मच गई।
धमाके के बाद घटनास्थल पर धुआं फैल गया, आसपास खड़ी गाड़ियों के शीशे टूट गए और कुछ वाहनों में आग लग गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के बाजारों और मेट्रो स्टेशन के अंदर तक झटका महसूस हुआ।
धमाके का असर और हताहत
पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंची। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि यह योजनाबद्ध आतंकी हमला था। इस घटना में 8 से अधिक लोगों की मौत और 20 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ कई की हालत गंभीर है।
दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार की त्वरित कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया। धमाके की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें खुफिया एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद केंद्र सरकार ने कहा कि “दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
एनआईए की प्रारंभिक जांच में इस विस्फोट में किसी आतंकी संगठन की भूमिका की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों में छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, राजधानी हाई अलर्ट पर
धमाके के बाद से दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर बढ़ा दिया गया है। सभी मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल और एयरपोर्ट पर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। लाल किला मेट्रो स्टेशन को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी दी गई, और उन्होंने स्पष्ट कहा कि “देश के दुश्मनों को उनके मंसूबों में सफल नहीं होने दिया जाएगा।” विपक्षी दलों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए सरकार से आतंकवाद पर सख्त कदम उठाने की मांग की है।

