UPNews: मेटा की अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीक ने एक गंभीर घटना को समय रहते पहचान कर बड़ा संकट टाल दिया। एक वीडियो में एक युवती को कुर्सी पर खड़े होकर गले में साड़ी का फंदा बनाते और उसे पंखे से बांधते हुए देखा गया। इस वीडियो के आधार पर मेटा की तकनीकी टीम ने तुरंत एक अलर्ट मैसेज तैयार कर इसे डीजीपी मुख्यालय की सोशल मीडिया सेल को भेजा।
पुलिस तुरंत हरकत में आई
इस मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस तुरंत हरकत में आई और संबंधित युवती और उसके परिवार से संपर्क किया गया। एसीपी ने जानकारी दी कि पूछताछ में पता चला कि युवती का हाल ही में एक युवक से प्रेम विवाह हुआ था, जो आर्य समाज मंदिर में संपन्न हुआ था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि युवती पारिवारिक दबाव और सामाजिक तनाव के कारण अत्यधिक मानसिक तनाव में थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाने का विचार किया। समय पर मिली सूचना के चलते पुलिस ने युवती को सुरक्षित बचा लिया और उसे मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए परिवार को काउंसलिंग की सलाह दी गई।
मेटा की यह तकनीक, जो इस तरह के आत्मघाती या हानिकारक व्यवहार के संकेतों को पहचानने में सक्षम है, ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस घटना से एक बार फिर यह साबित होता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपयोग की जाने वाली सुरक्षा तकनीकें वास्तविक जीवन में भी कितनी महत्वपूर्ण हो सकती हैं, खासकर जब बात लोगों की जान बचाने की हो।