Parliament Monsoon Session:संसद के मानसून सत्र के पहले चार दिन विपक्षी दलों के जोरदार विरोध और हंगामे के कारण व्यर्थ चले गए हैं। अब सवाल यह है कि पांचवें दिन संसद की कार्यवाही में क्या बदलाव आएगा या फिर हंगामा जारी रहेगा।गुरुवार को संसद के दोनों सदनों — लोकसभा और राज्यसभा — की कार्यवाही विपक्ष की तीव्र नारेबाजी और प्रदर्शन के कारण पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।
संसद के अंदर और बाहर विरोध का माहौल बना रहा। लोकसभा में गोवा की विधानसभा सीटों में अनुसूचित जनजातियों से जुड़े विधेयक (Readjustment of Representation of Scheduled Tribes in Assembly Constituencies of the State of Goa Bill, 2024) पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने बढ़ते हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित कर दी।दूसरी ओर, राज्यसभा में “The Carriage of Goods by Sea Bill” पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची की Special Intensive Revision (SIR) प्रक्रिया को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। राज्यसभा के सभापति भुवनेश्वर कालिता ने शोर-शराबा बढ़ने पर सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।गुरुवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई, लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से अध्यक्ष ओम बिड़ला को सदन को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सांसदों का ऐसा व्यवहार सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं है। खासतौर पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी का यह आचरण पूरे देश के सामने है और यह किसी पार्टी के संस्कार में नहीं आता।
बिहार वोटर लिस्ट विवाद से सियासी तनाव बढ़ा
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि लोकसभा में शांति तभी लौटेगी जब केंद्र सरकार बिहार में वोटर लिस्ट की SIR प्रक्रिया पर खुलकर चर्चा करने को तैयार होगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष पिछले तीन दिनों से बस यह पूछ रहा है कि क्या इस विषय पर चर्चा होगी या नहीं। गोगोई ने सरकार से आग्रह किया कि संसद में जनता की आवाज़ को सुना जाना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखनी चाहिए।विपक्ष का आरोप है कि बिहार की मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इससे मतदाता सूची में गड़बड़ी की संभावना है। सरकार की तरफ से इस विषय पर अभी तक कोई औपचारिक जवाब नहीं आया है। इस टकराव की वजह से संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा नहीं हो पा रही है।
राजनीतिक सियासत और बयानबाजी
संसद के मानसून सत्र में राजनीतिक सियासत भी चरम पर है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने रामपुर से सांसद मोहिबुल्ला नदवी और सपा के नेता अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने सपा सांसद डिंपल यादव के मस्जिद दौरे पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। मौलाना ने कहा कि डिंपल यादव ने मस्जिद की तौहीन की है और उन्होंने अपने पहनावे व आचरण से मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने डिंपल यादव से माफी मांगने की मांग की है।