Nashik School Bomb Threat:महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित इंदिरा नगर के कैंब्रिज स्कूल में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब स्कूल प्रशासन को बम की धमकी भरा ईमेल मिला। ईमेल में दावा किया गया था कि स्कूल के बाथरूम में बम लगाया गया है, जिससे पूरे परिसर में डर और तनाव का माहौल बन गया।ईमेल मिलते ही स्कूल प्रशासन ने तत्काल सभी छात्रों को कक्षाओं से निकालकर स्कूल परिसर के खुले मैदान में इकट्ठा किया और अभिभावकों को फोन करके बच्चों को घर ले जाने को कहा। इससे अभिभावकों के बीच भी चिंता और घबराहट फैल गई।
बम निरोधक दस्ते की जांच में नहीं मिला कोई विस्फोटक पदार्थ
धमकी मिलने की सूचना मिलते ही इंदिरा नगर पुलिस थाना हरकत में आया और बम स्क्वॉड (Bomb Squad) को मौके पर बुलाया गया। बम निरोधक दस्ते ने पूरे स्कूल परिसर की गहन जांच की, लेकिन कहीं भी कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में भी तलाशी अभियान चलाया और स्कूल को सुरक्षित घोषित किया गया। इससे छात्रों, अभिभावकों और स्टाफ ने राहत की सांस ली।
किसने भेजा धमकी भरा मेल? पुलिस ने शुरू की जांच
फिलहाल, पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि धमकी भरा ईमेल किसने और क्यों भेजा। पुलिस को शक है कि या तो यह कोई शरारत हो सकती है या स्कूल से जुड़ा कोई आंतरिक व्यक्ति भी इस घटना में शामिल हो सकता है।इस मामले में अब साइबर सेल को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि ईमेल भेजने वाले की पहचान हो सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है।
कैंब्रिज स्कूल के उप प्राचार्य ने दी जानकारी
स्कूल के उप प्राचार्य विजय रहाणे ने बताया कि जैसे ही मेल की जानकारी मिली, तुरंत पुलिस को सूचित किया गया और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए स्कूल की घेराबंदी की और पूरी तरह से जांच की।उन्होंने बताया कि स्कूल खुला रहा और स्थिति सामान्य होते ही छात्रों को सुरक्षित घर भेजा गया। उप प्राचार्य ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को और कड़ा किया जाएगा।
इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट को भी मिल चुकी है धमकी
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की धमकी दी गई हो। इससे कुछ दिन पहले ही बॉम्बे हाई कोर्ट को भी ईमेल के माध्यम से बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। उस समय भी कोर्ट परिसर को खाली करवाया गया था, लेकिन जांच के बाद वह मेल भी फर्जी निकला।यह स्पष्ट करता है कि हाल के दिनों में बम धमकियों के फर्जी मामलों में वृद्धि हो रही है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव बढ़ता जा रहा है।

