Himachal weather alert today:हिमाचल प्रदेश इस मानसून सीजन में भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। भारी वर्षा, भूस्खलन और सड़क बंद होने की घटनाओं ने राज्य में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। अभी तक इस बारिश में 91 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 34 लोग लापता हैं और 131 लोग घायल हुए हैं। इस आपदा से 432 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं और 928 मकानों को आंशिक नुकसान हुआ है। संपत्ति को हुए कुल नुकसान का अनुमान 749 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट जारी,
हालांकि शुक्रवार को प्रदेशभर में मौसम साफ रहा, लेकिन कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा और बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने 17 जुलाई तक भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, 12 जुलाई को शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। वहीं 13 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इन चेतावनियों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
मंडी में सर्वाधिक तबाही, राहत कार्य तेज़ी से जारी
बारिश से सबसे अधिक प्रभावित मंडी जिला रहा है, जहां एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 166 सड़कें, 143 ट्रांसफार्मर और 204 पेयजल योजनाएं ठप हैं। राज्य भर में 223 सड़कें बंद हैं, जिनमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल है। इसके अलावा, 815 पेयजल योजनाएं और 151 ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। कांगड़ा जिले में 603 पेयजल योजनाएं बंद हैं, जिससे हजारों लोगों को पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।हालांकि मौसम साफ होने के कारण राहत कार्यों में तेजी आई है। सड़कों को खोलने और विद्युत-पानी आपूर्ति बहाल करने की प्रक्रिया जारी है।
चंबा में भूकंप के हल्के झटके, लोग डरे
बारिश के कहर के बीच शुक्रवार सुबह चंबा जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई और इसका केंद्र ज़मीन से लगभग 5 किलोमीटर गहराई में था। यह झटके सुबह 6:23 बजे महसूस किए गए और कुछ सेकंड की अवधि के थे। उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि झटका महसूस होते ही प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया था। हालांकि, इस भूकंप से किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
हिमाचल को संभलने में लगेंगे दिन, सतर्कता ज़रूरी
हिमाचल प्रदेश इस समय एक गंभीर आपदा का सामना कर रहा है। जान-माल का नुकसान बेहद दुखद है, और राज्य की आधारभूत संरचना पर भी गहरा असर पड़ा है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन मौसम विभाग की लगातार चेतावनियों को देखते हुए जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।