NEET UG: NEET पेपर लीक मामले में बड़े खुलासे सामने आए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। राज्य सरकार के 56 वर्षीय जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के समय ही उन्होंने अपनी भूमिका स्वीकार कर ली थी। सिटी एसपी वेस्ट अभिनव धीमान ने कहा कि पूछताछ जारी है और कई नई जानकारियां मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है। आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी की सत्यता की भी जांच की जा रही है और समय आने पर मीडिया को इसकी जानकारी दी जाएगी।
सिकंदर कुमार यादवेंदु ने क्या कुछ कहा ?
सिकंदर कुमार यादवेंदु ने बताया कि अमित और नीतीश ने 4 मई, 2024 को NEET प्रश्नपत्र हासिल किया था। इस प्रश्नपत्र को राज्य की राजधानी के रामकृष्ण नगर इलाके में स्थित एक ‘सेफ हाउस’ में इकट्ठा किया गया था। यहाँ उम्मीदवारों को सभी उत्तर रटवाए गए और फिर सीधे परीक्षा केंद्र पर भेज दिया गया। बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के सामने कई सनसनीखेज कबूलनामे सामने आए हैं, जिससे मामले में और भी चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो रहे हैं।
9 उम्मीदवारों के खिलाफ संदेह
बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बिहार से परीक्षा में शामिल हुए 9 उम्मीदवारों को सोमवार और मंगलवार को पटना दफ्तर में उपस्थित होने का समय दिया है। इन सभी उम्मीदवारों के खिलाफ संदेह है कि वे सॉल्वर गैंग से जुड़े हुए थे। ये सभी बिहार के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इनसे पूछताछ के दौरान और भी कई महत्वपूर्ण सवालों के उत्तर मिलने की उम्मीद है, जो इस मामले की गहराई से जांच में सहायक होंगे।
क्या बोले शिक्षा मंत्री?
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि उन्होंने ‘नई जानकारियों और तथ्यों’ पर गौर किया जा रहा है और उनका समाधान तय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी चूक होगी, उसके लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी और गड़बड़ी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की जवाबदेही को लेकर भी जिक्र किया और कहा कि इस मामले में हर पहलू पर फोकस किया जा रहा है।