Kolkata: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में देशभर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन जारी हैं। इस बीच, निर्भया की मां आशा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा देने की मांग की है। आशा देवी का कहना है कि ममता बनर्जी इस घातक घटना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने में विफल रही हैं।
ममता बनर्जी पर गुमराह करने का आरोप
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए, आशा देवी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वे दुष्कर्म और हत्या के मामले में उचित कार्रवाई करने के बजाय विरोध-प्रदर्शन को लेकर लोगों का ध्यान भटका रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक रैली में दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की थी, लेकिन इस प्रदर्शन के माध्यम से केवल जनता को गुमराह किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों की ओर इशारा
आशा देवी ने कहा, “ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं और उन्हें इस स्थिति को संभालते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। उनकी विफलता को देखते हुए, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने राज्य के मुखिया के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभाया है, जिससे स्थिति और भी खराब हुई है।
महिला सुरक्षा पर गंभीर चिंता
आशा देवी ने यह भी कहा कि जब तक केंद्र और राज्य सरकारें दुष्कर्मियों को कोर्ट से शीघ्र सजा दिलाने के प्रति गंभीर नहीं होतीं, तब तक देशभर में ऐसी क्रूरताएं होती रहेंगी। उन्होंने कोलकाता मेडिकल कॉलेज की घटना का हवाला देते हुए कहा कि अगर वहां लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं और उनके साथ ऐसी बर्बरता हो रही है, तो पूरे देश में महिला सुरक्षा की स्थिति को समझा जा सकता है।
केंद्र और राज्य सरकारों पर सवाल
आशा देवी ने केंद्र और राज्य सरकारों को कठोर कदम उठाने के लिए दबाव डाला और कहा कि वे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कानून और नीतियां लागू करें। उनका मानना है कि केवल सरकारी वादों से सुरक्षा की स्थिति में सुधार नहीं होगा, बल्कि ठोस कार्रवाई और सख्त दंड की आवश्यकता है।
आंदोलन का असर और भविष्य की दिशा
इस घटना ने देशभर में महिला सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से सामने लाया है। विरोध प्रदर्शन और मांगों के बीच, सरकारों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे इस गंभीर मुद्दे को प्राथमिकता दें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। निर्भया की मां के बयान ने इस मुद्दे पर एक नई बहस शुरू कर दी है, और अब देखना यह है कि सरकार इस पर कैसे प्रतिक्रिया देती है।