- गोरखपुर के कैंपियरगंज में निषाद पार्टी की यात्रा का भव्य स्वागत
- आरक्षण के मुद्दे पर निषाद पार्टी का स्पष्ट रुख
- मछुआ समाज के विभीषणों पर निषाद पार्टी का प्रहार
Nishad Party : आज, 8 जनवरी 2025 को, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” द्वारा निकाली गई संवैधानिक अधिकार यात्रा गोरखपुर जनपद के कैंपियरगंज में पहुँची। यात्रा का नेतृत्व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद जी कर रहे हैं। यात्रा ने गोरखपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए कैंपियरगंज तक का सफर तय किया, और हर जगह निषाद पार्टी का स्वागत भव्य तरीके से किया गया।
यात्रा में युवाओं का जोश और निषाद पार्टी का अडिग रुख
यात्रा के दौरान डॉ. संजय कुमार निषाद ने कहा कि गोरखपुर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मछुआ समाज के युवाओं का जोश देखते ही बनता है। जबसे यह यात्रा जिले में प्रवेश की है, प्रत्येक दिन युवाओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है, जो हर दिन अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर हमेशा अडिग रही है, और समाज के इस महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर पार्टी पूरी तरह से गंभीर है।
मछुआ समाज के विभीषणों का समाज को धोखा
निषाद जी ने मछुआ समाज के उन विभीषणों को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने समाज को दूसरे दलों में “बेच” दिया। उन्होंने कहा कि कई नेता और मंत्री, जिन्होंने मछुआ समाज के एससी (संवैधानिक, राजनीतिक और सामाजिक) आरक्षण के मुद्दे पर चुप्पी साधी, वे ही समाज के आरक्षण को बेचकर सत्ता में आए हैं। निषाद जी ने यह भी स्पष्ट किया कि निषाद पार्टी का गठन मछुआ समाज के आरक्षण के लिए हुआ था, और समाज के धोखेबाज़ नेताओं ने इस मुद्दे को अन्य दलों के पास गिरवी रख दिया।
निषाद पार्टी का बिना स्वार्थ राजनीति करना
डॉ. संजय कुमार निषाद ने बताया कि निषाद पार्टी और वे खुद सत्ता या पद प्रतिष्ठा के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। वे सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हैं कि वे मछुआ समाज को उचित आरक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार आरक्षण के बदले मंत्री पद तक देने के लिए तैयार है, तो निषाद पार्टी उसे स्वीकार करने को तैयार है। वे राजनीति में पूंजी गिरवी रखकर नहीं आए, बल्कि समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
गोरखपुर लोकसभा चुनाव और निषाद समाज की नाराजगी
निषाद जी ने गोरखपुर लोकसभा चुनाव 2024 पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें निषाद पार्टी के समर्थन से भाजपा ने जीत तो दर्ज की, लेकिन मछुआ समाज के अंदर नाराजगी साफ देखी गई। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कैसे गोरखपुर में निषाद समाज ने पहले 3 लाख से अधिक मतों से जीत दिलाई थी, लेकिन 2024 में यह जीत सिर्फ एक लाख मतों के अंतर से रही। उन्होंने यह भी कहा कि निषाद समाज के विभीषणों ने चुनाव से पहले निषाद पार्टी का विरोध करना शुरू कर दिया था, जिससे समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।
प्रवीण निषाद की हार पर प्रतिक्रिया
डॉ. संजय कुमार निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी के नेता ई. प्रवीण निषाद की हार को लेकर किसी को यह ग़लतफ़हमी नहीं होनी चाहिए कि निषाद समाज का समर्थन निषाद पार्टी को नहीं मिला है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि यदि कोई यह मानता है कि निषाद पार्टी चुनाव हार गई है, तो वे निषाद बूथ डाटा लेकर सभी विरोधियों से बहस करने के लिए तैयार हैं।
अंत में, उन्होंने यह कहा कि निषाद पार्टी अपनी चुप्पी बनाए रखेगी और 100 आरोपों का जवाब देने से कहीं बेहतर है उनकी चुप्पी, क्योंकि जब बात खुलेगी तो बहुत दूर तक जाएगी