Indian Army Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने देश को हिला कर रख दिया। इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया, जिससे पूरे देश में गुस्से और आक्रोश की लहर फैल गई। जवाब में भारत ने अपने मजबूत इरादे और सैन्य क्षमता का परिचय देते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
भारत द्वारा की गई इस जवाबी कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। इस नाम का सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व भी है, क्योंकि सिंदूर भारतीय संस्कृति में बलिदान और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि भारत की नई रक्षा नीति, रणनीतिक सोच और आतंक के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को दर्शाता है।
सेना की सटीक योजना और सफल क्रियान्वयन
मंगलवार देर रात भारतीय सेना ने यह ऑपरेशन अंजाम दिया। खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया। इन ठिकानों का उपयोग भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाने के लिए किया जा रहा था। यह हमला एयर स्ट्राइक और सर्जिकल प्रिसीजन से किया गया, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान हुआ।
पाकिस्तान में हलचल और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
पाकिस्तानी मीडिया और सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस हमले में तीन लोगों की मौत और 12 से अधिक घायल हुए हैं। हालांकि भारत ने साफ कर दिया है कि यह हमला केवल आतंकवादी संरचनाओं को निशाना बनाने के उद्देश्य से किया गया था, न कि पाकिस्तान के आम नागरिकों या किसी युद्ध को छेड़ने की मंशा से।इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को न केवल सैन्य दृष्टिकोण से झटका दिया, बल्कि उसे वैश्विक मंच पर भी शर्मसार कर दिया है। भारत का यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा।
नेताओं और जनता की प्रतिक्रिया
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद देशभर से भारतीय सेना की सराहना की जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, “भारत माता की जय। हमारी सेना ने एक बार फिर साबित किया है कि वह देश की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।”उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि, “यह कार्रवाई उन सभी दुश्मनों के लिए चेतावनी है जो भारत की एकता और अखंडता को चोट पहुंचाना चाहते हैं।”

