तिरुपति बालाजी लड्डू में “बीफ टैलो” की मिलावट का दावा
हाल ही में तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी (बीफ टैलो) के इस्तेमाल को लेकर सनसनीखेज आरोप लगाए गए हैं, जिससे अयोध्या में भी हड़कंप मच गया है। यह दावा किया जा रहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में तिरुपति बालाजी से लड्डू आया था। साथ ही, अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में भी तिरुपति लड्डू को चढ़ाने की परंपरा है। इस घटना के बाद से धार्मिक संगठनों में चिंता बढ़ गई है।
आरोपों की शुरुआत और राजनीतिक पृष्ठभूमि
तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में “बीफ टैलो” की मिलावट का आरोप तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने लगाया है। पार्टी का दावा है कि यह मिलावट वाईएसआरसी पार्टी के शासनकाल के दौरान की गई थी, जब जगन मोहन रेड्डी की सरकार सत्ता में थी। इस आरोप ने पूरे देश में धार्मिक आस्थाओं को हिला कर रख दिया है, क्योंकि तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक है।
अयोध्या में जांच की मांग और पुजारियों की प्रतिक्रिया
इस आरोप के बाद अयोध्या में भी तिरुपति लड्डू को लेकर हंगामा शुरू हो गया। राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कितने लड्डू आए थे, लेकिन यह घटना अगर सही है, तो यह एक गंभीर षड्यंत्र है। उनका कहना है कि जो लड्डू प्रसाद के रूप में बांटे गए थे, वे दूषित हो सकते हैं।
मुख्य पुजारी के इस बयान के बाद अयोध्या के धार्मिक संगठनों में भी जांच की मांग उठने लगी। हनुमानगढ़ी मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिरों से भी इस मामले पर चिंता जताई गई है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की प्रतिक्रिया
इस बीच, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि वे तिरुपति लड्डू विवाद पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं देंगे और जांच रिपोर्ट का इंतजार करेंगे। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामलला के मंदिर में केवल इलायची दाना प्रसाद के रूप में बांटा जाता है और तिरुपति लड्डू का इस मंदिर से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने जीवन में केवल एक बार 1981 में तिरुपति मंदिर का दौरा किया था, और इतने वर्षों बाद सोशल मीडिया और मीडिया पर आ रहे दावों पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।
हनुमानगढ़ी मंदिर में लड्डू की शुद्धता की पुष्टि
हनुमानगढ़ी मंदिर, जो अयोध्या का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, में भी तिरुपति लड्डू चढ़ाने की परंपरा है। मंदिर के महंत ज्ञान दास के उत्तराधिकारी और संकट मोचन सेना के अध्यक्ष संजय दास ने कहा कि हनुमान जी को चढ़ाए जाने वाले भोग में पूरी शुद्धता और स्वच्छता का पालन किया जाता है। वे कहते हैं कि प्रशासन द्वारा समय-समय पर इन प्रसाद की टेस्टिंग भी की जाती है ताकि शुद्धता सुनिश्चित की जा सके।
इस विवाद ने अयोध्या के धार्मिक संगठनों और श्रद्धालुओं के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है, और सभी की नजरें अब जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे पता चल सकेगा कि तिरुपति बालाजी के लड्डू में मिलावट के आरोप सही हैं या नहीं।