भारत को मिला आठवां मेडल
India: ने पेरिस पैरालंपिक में एक और मेडल अपने नाम कर लिया है। पैरा-एथलीट योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीतकर देश को गर्व का मौका दिया। इस जीत के साथ, पेरिस पैरालंपिक में भारत की पदक संख्या 8 तक पहुंच गई है। एथलेटिक्स में यह भारत का चौथा पदक है।
योगेश कथुनिया का शानदार प्रदर्शन
योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीतकर भारत के लिए एक और गौरवशाली पल प्रदान किया। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था और अब पेरिस में अपनी सफलता को दोहराया है। योगेश की इस जीत से भारत को एथलेटिक्स में अपना चौथा पदक हासिल हुआ है, जो देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
प्रीति पाल और निषाद कुमार का योगदान
भारत की एथलेटिक्स टीम ने पेरिस पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है। प्रीति पाल ने वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35) और 200 मीटर रेस (T35) में कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। वहीं, निषाद कुमार ने मेन्स हाई जंप (T47) में सिल्वर मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। टोक्यो पैरालंपिक में भी निषाद ने सिल्वर मेडल जीता था, और इस बार भी उन्होंने अपनी सफलता को पेरिस में दोहराया है।
भारत का एथलेटिक्स में मजबूत प्रदर्शन
पेरिस पैरालंपिक में भारतीय एथलेटिक्स टीम ने अब तक कुल चार पदक अपने नाम किए हैं। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि भारतीय पैरा-एथलीट्स अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। योगेश कथुनिया, प्रीति पाल और निषाद कुमार की ये सफलताएं भारत के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं और भविष्य के लिए उम्मीदों को और भी मजबूत करती हैं।
आगे की उम्मीदें
पेरिस पैरालंपिक में भारतीय टीम के अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए, उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी पैरा-एथलीट्स देश के लिए पदक जीतकर इस अभियान को सफल बनाएंगे। योगेश कथुनिया और अन्य एथलीट्स की मेहनत और समर्पण ने भारत को एक बार फिर से गौरव प्रदान किया है, और उनके द्वारा स्थापित इस सफलता का सफर आगे भी जारी रहेगा।