दक्षिण कोरिया में एक और विमान हादसा हुआ है, जिसमें 68 लोगों की जान चली गई। यह हादसा रविवार को दक्षिण कोरिया के जिओला प्रांत में मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुआ। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंकॉक से आ रही जेजू एयरलाइन की फ्लाइट 2216 के बोइंग 737-800 विमान ने लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलते हुए बाड़ से टकरा लिया, जिससे विमान में आग लग गई। इस घटना में विमान में सवार 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स थे। हादसे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें विमान से धुआं निकलता हुआ देखा जा सकता है।
हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन और जांच
दक्षिण कोरिया की रेस्क्यू टीम ने हादसे के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू किया। इस टीम ने अब तक 2 लोगों को बचा लिया है, जबकि बाकी यात्रियों की तलाश जारी है। दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सुंग-मोक ने सरकारी एजेंसियों को राहत कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए हैं। विमान में सवार यात्रियों में 173 दक्षिण कोरियाई नागरिक और 2 थाई नागरिक शामिल थे। हालांकि, हादसे के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन जांच एजेंसियों का मानना है कि यह हादसा पक्षी से टकराने के कारण हो सकता है। दक्षिण कोरिया की अग्निशमन एजेंसी ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर 32 दमकल गाड़ियां तैनात की गई थीं।
पिछले सप्ताह कजाकिस्तान में हुआ विमान हादसा
दक्षिण कोरिया में यह विमान हादसा 25 दिसंबर को कजाकिस्तान में हुए एक विमान हादसे के ठीक एक सप्ताह बाद हुआ है। 25 दिसंबर को अजरबैजान एयरलाइंस का एक विमान कज़ाकिस्तान के अक्ताऊ शहर के पास क्रैश हो गया था, जिसमें सवार 67 लोगों में से 38 की मौत हो गई थी। बताया गया कि यह विमान चेचन्या की राजधानी ग्रोज़्नी के रास्ते रूस के हवाई क्षेत्र में घुस गया था और उसे गोलीबारी का सामना करना पड़ा, जिसके बाद विमान को अपना मार्ग बदलना पड़ा। खराब मौसम के कारण विमान एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर सका, जिसके बाद उसने खाली मैदान में लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन विमान क्रैश हो गया।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हादसे के बाद अजरबैजानी राष्ट्रपति से माफी मांगते हुए कहा कि रूस के हवाई क्षेत्र में वाणिज्यिक उड़ान को गिराए जाने की जिम्मेदारी लेता है। इस दुर्घटना ने फिर से विमान सुरक्षा और हवाई क्षेत्र की निगरानी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
विमान हादसों के बाद बढ़ी चिंताएं
कजाकिस्तान और दक्षिण कोरिया में हुए इन दो विमान हादसों ने अंतर्राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इन घटनाओं के बाद, विमान दुर्घटनाओं के कारणों की जांच और सुरक्षा मानकों की समीक्षा को लेकर अधिक गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इन हादसों ने यह भी उजागर किया कि खराब मौसम और तकनीकी समस्याएं यात्री विमान संचालन में कितना जोखिम पैदा कर सकती हैं। विमानन कंपनियों और सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह समय है कि वे सुरक्षा उपायों को और मजबूत करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न घटें।