Rojgar Mela 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें रोजगार मेले का उद्घाटन करते हुए देशभर के 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि योग्य युवाओं को बिना किसी सिफारिश और खर्च के, पारदर्शी प्रक्रिया के तहत सरकारी नौकरियाँ प्रदान की जाएं।पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा, “बिना पर्ची, बिना खर्ची अब हमारी पहचान है।” यह बयान उनकी सरकार की उस नीति को दर्शाता है जो योग्यता आधारित भर्ती प्रणाली को बढ़ावा देती है।
नौजवानों की भूमिका राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने नव-नियुक्त युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि ये सभी युवा भारत सरकार के विभिन्न विभागों में सेवाएं देंगे और देश के विकास में भागीदार बनेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ये नियुक्तियाँ केवल रोजगार का अवसर नहीं हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक मंच हैं।पीएम मोदी ने कहा कि इन सरकारी नौकरियों से युवाओं को आत्मनिर्भरता, स्थिरता और सम्मान मिलेगा, जिससे वे समाज और राष्ट्र की सेवा और अधिक मनोयोग से कर सकेंगे।
विदेश दौरे से भारत के युवाओं को लाभ
प्रधानमंत्री ने हाल ही में संपन्न विदेश यात्रा का ज़िक्र करते हुए बताया कि वहां जो समझौते किए गए हैं, उनसे भारत के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी और अवसर मिलने में सहायता होगी। उन्होंने कहा कि सरकार देश के युवाओं को ग्लोबल टैलेंट के रूप में स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है।
अब तक लाखों युवाओं को मिल चुकी है नौकरी
प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक सरकार द्वारा आयोजित रोजगार मेलों के माध्यम से लाखों युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं। उन्होंने कहा कि ये नियुक्तियाँ पारदर्शी प्रक्रिया, डिजिटल तकनीक और मेरिट पर आधारित होती हैं, जिससे भ्रष्टाचार और सिफारिश की संस्कृति को खत्म किया जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में कहा कि यह पहल न केवल युवाओं को नौकरी देने की है, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने सभी नव-नियुक्त कर्मचारियों से अपील की कि वे देश की सेवा को अपना उद्देश्य बनाएं और ईमानदारी व समर्पण के साथ कार्य करें।