प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024 को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कजान के लिए उड़ान भरी। उन्होंने सुबह लगभग 7:40 बजे भारत से प्रस्थान किया और उम्मीद है कि वे दोपहर 1 बजे तक रूस पहुंच जाएंगे। इस यात्रा की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी भावनाओं को साझा किया।
ब्रिक्स सम्मेलन की महत्वता
पीएम मोदी ने लिखा, “ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस के कजान जा रहा हूं। भारत ब्रिक्स के लिए बहुत महत्व देता है और मैं वहां विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर व्यापक चर्चा के लिए उत्साहित हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं। उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि भारत ब्रिक्स में अपनी भूमिका को कितनी गंभीरता से लेता है।
भारत का ब्रिक्स में योगदान
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत ब्रिक्स के अंदर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है। उन्होंने इसे वैश्विक विकासात्मक एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में बताया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले वर्ष नए सदस्यों के शामिल होने से ब्रिक्स का विस्तार हुआ है, जिससे इसका समावेशिता और वैश्विक भलाई के लिए एजेंडा और भी मजबूत हुआ है।
मास्को सम्मेलन का पूर्वाभ्यास
पीएम मोदी ने जुलाई 2024 में मास्को में आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनकी कजान यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी। वह ब्रिक्स में अन्य नेताओं से भी मिलने के लिए उत्सुक हैं, जिससे भारत की वैश्विक स्थिति और मजबूत होगी।
प्रवासी भारतीयों की तैयारियां
कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों ने भी उनके स्वागत के लिए भव्य तैयारी की है। यह स्वागत पीएम मोदी की यात्रा को और भी खास बना देगा। यहां के भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री के स्वागत में होर्डिंग्स और बैनर तैयार किए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि वे अपनी मातृभूमि के नेता का सम्मान करते हैं।
राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात
ब्रिक्स सम्मेलन के अलावा, पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे। यह मुलाकात भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने का एक अवसर होगी। पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल ब्रिक्स के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि भारत वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तत्पर है।
इस प्रकार, पीएम मोदी की कजान यात्रा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक अवसर है, जो भारत की वैश्विक रणनीति को और अधिक मजबूती प्रदान करेगी।