PM Modi in Srinagar:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने राज्य की स्थिति और विकास के मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर उन्होंने विशेष रूप से विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन प्रमुख खानदान जिम्मेदार हैं।
महारैली का आयोजन
प्रधानमंत्री मोदी की यह सभा जम्मू-कश्मीर में दो स्थानों पर आयोजित की जा रही महारैली का हिस्सा है। वे पहले श्रीनगर में जनसभा करेंगे, इसके बाद कटड़ा में भी एक बड़ी रैली का आयोजन करेंगे। यह कार्यक्रम विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद हो रहा है, जो राज्य में राजनीतिक गतिविधियों को और तेज करता है।
जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री का दूसरा दौरा
पिछले छह दिनों में यह प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर का दूसरा दौरा है। उनकी लगातार यात्राएं इस बात का संकेत हैं कि केंद्र सरकार राज्य के विकास और कल्याण के प्रति गंभीर है। मोदी ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया कि विकास के लिए स्थिरता और शांति आवश्यक हैं, और इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
विपक्ष पर आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी जनसभा में विपक्ष के नेताओं और उनके परिवारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये खानदान राज्य में विकास को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में जो समस्याएँ आई हैं, उनकी जड़ें इन्हीं खानदानों में हैं। मोदी ने जनता से अपील की कि वे ऐसे तत्वों के खिलाफ एकजुट हों और राज्य के विकास में योगदान दें।
विकास की दिशा में कदम
मोदी ने अपने भाषण में विकास योजनाओं और केंद्र सरकार की पहलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके अनुसार, राज्य में हो रहे विकास कार्यों से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उनकी जीवनशैली में सुधार होगा।
जनसभा का महत्व
इस जनसभा का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह चुनावी माहौल में आयोजित की जा रही है। पीएम मोदी की ये महारैलियां न केवल राजनीतिक संदेश देती हैं, बल्कि जनता को यह विश्वास दिलाने का भी एक माध्यम हैं कि केंद्र सरकार उनके साथ है।
पीएम मोदी का श्रीनगर दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का श्रीनगर का यह दौरा जम्मू-कश्मीर के विकास और राजनीतिक स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी टिप्पणियाँ और विपक्ष पर की गई आरोपणाएँ यह दर्शाती हैं कि वे राज्य के विकास में किसी भी बाधा को स्वीकार नहीं करेंगे। जनता की भागीदारी और समर्थन से ही जम्मू-कश्मीर का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है, और यही संदेश मोदी ने इस जनसभा के माध्यम से देने का प्रयास किया है।