Aman Sahrawat: पेरिस ओलंपिक्स में कुश्ती में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाले अमन सहरावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष फोन कॉल के माध्यम से बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अमन के अद्वितीय प्रदर्शन की सराहना की और उनके संघर्ष की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अमन सहरावत की 21 साल की उम्र में इतने बड़े मंच पर मेडल जीतने को लेकर अपनी खुशी व्यक्त की और इसे एक असाधारण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि इस युवा खिलाड़ी ने न केवल खेल की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि उनके संघर्ष और मेहनत से पूरे देश को प्रेरणा मिली है। पीएम मोदी ने अमन की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने छत्रसाल स्टेडियम को अपने घर की तरह समझकर वहां मेहनत की और सफलता प्राप्त की।
प्रधानमंत्री ने अमन सहरावत के माता-पिता की कमी के बावजूद उनके आगे बढ़ने की कहानी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि अपने परिवार के खोने के बाद भी अमन ने निरंतर संघर्ष किया और खेल के क्षेत्र में अपना नाम रोशन किया। पीएम मोदी ने अमन के जीवन को भारतवासियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बताया और उन्हें याद दिलाया कि पेरिस ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले वे सबसे युवा खिलाड़ी हैं।
अमन सहरावत ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे 2028 ओलंपिक्स में गोल्ड जीतने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि हर किसी की जिंदगी में संघर्ष होता है और उन्होंने पीएम मोदी को भी एक मेहनती व्यक्ति बताया। हालांकि, पीएम मोदी ने कहा कि एथलीटों की मेहनत के सामने उनका परिश्रम कुछ भी नहीं है क्योंकि एथलीट दिन-रात अपनी मेहनत में लगे रहते हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि गोल्ड, सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल की अहमियत से ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि अमन ने देश को गर्व का अनुभव कराया है और उनकी इस उपलब्धि के लिए पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है।
अमन सहरावत की पेरिस ओलंपिक्स में सफलता ने न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत और संघर्ष को उजागर किया है, बल्कि भारतीय खेलों में एक नई उम्मीद और प्रेरणा का संचार किया है। पीएम मोदी के बधाई संदेश ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को और भी खास बना दिया है, और देशभर में अमन के प्रति गर्व और प्रशंसा की लहर पैदा की है।