Chhatrapati Shivaji Maharaj: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के मालवण तहसील में स्थित राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के बाद सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इस घटना की तीखी आलोचना करते हुए विपक्ष ने इसे महाराष्ट्र की गरिमा पर हमला बताया है। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार (30 अगस्त) को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राजकोट किले में जल्द ही छत्रपति शिवाजी महाराज की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
प्रतिमा गिरने की घटना और सियासी प्रतिक्रिया
26 अगस्त को राजकोट किले में स्थापित 17वीं सदी के मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा अचानक ढह गई। भारतीय नौसेना द्वारा निर्मित इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग नौ महीने पहले किया था। प्रतिमा गिरने के बाद विपक्ष ने घटना की कड़ी आलोचना की है और इसे महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाने के रूप में देखा है।
मुख्यमंत्री का संबोधन और शिवसृष्टि परियोजना
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नंदगांव में विकसित की जा रही ‘शिवसृष्टि’ परियोजना के प्रथम चरण का उद्घाटन करने के बाद इस मामले पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज एक युगपुरुष हैं और राज्य व राष्ट्र की शान हैं। शिंदे ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आश्वस्त किया कि महाराष्ट्र सरकार और भारतीय नौसेना मिलकर राजकोट किले में एक नई भव्य प्रतिमा स्थापित करेंगे।
सिंधुदुर्ग की घटना पर उठे सवाल
अधिकारियों ने दावा किया है कि 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बहने वाली हवाओं के कारण प्रतिमा ढह गई। हालांकि, भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार, किसी भी संरचना को डिजाइन करते समय हवा की गति के मानकों को ध्यान में रखा जाता है। इन मानकों के अनुसार, संरचनाओं को हवा की अधिकतम गति से तीन गुना अधिक को सहन करने की क्षमता के साथ डिजाइन किया जाता है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या प्रतिमा की ढहने की घटना के पीछे कोई अन्य कारण हो सकता है।
नगर परिषद भवन के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नंदगांव शहर के विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम के रूप में ‘शिवसृष्टि’ परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने नंदगांव नगर परिषद के नए भवन के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। यह घोषणा नंदगांव के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास माना जा रहा है और इससे स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।
सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना ने राज्य में सियासी तूफान ला दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से की गई नई प्रतिमा की स्थापना की घोषणा और नंदगांव में विकास योजनाओं की घोषणा ने इस विवादित घटना के बाद आश्वस्ति का संकेत दिया है। अब सभी की नजरें इस पर हैं कि इस नई प्रतिमा की स्थापना कब तक पूरी होगी और क्या इससे संबंधित अन्य मुद्दों का समाधान होगा।