उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा है। सपा ने मुख्यमंत्री के हालिया बयान को लेकर उन्हें आड़े हाथों लिया और कहा कि योगी आदित्यनाथ न तो संत की तरह व्यवहार करते हैं और न ही अपने संवैधानिक दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन कर रहे हैं।
सपा प्रवक्ता का सीएम योगी पर सीधा प्रहार
सपा प्रवक्ता मनोज काका ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधा हमला करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता ये जान चुकी है कि इस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री नफरत का बाजार और व्यापार चला रहे हैं। वे समाज में सद्भावना की बजाय दुर्भावना फैलाने का काम कर रहे हैं।”
मनोज काका ने आगे कहा कि प्रदेश में शिक्षा संस्थानों से लेकर सड़कों तक, हर जगह बेटियों की सुरक्षा का अभाव है, और मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर मौन हैं क्योंकि वे इस मोर्चे पर पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता ने लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार को आइना दिखा दिया था और अब जनता सपा के साथ खड़ी है, जो उत्तर प्रदेश की भलाई के लिए कार्य कर रही है।
योगी आदित्यनाथ की आलोचना: मर्यादा पुरुषोत्तम राम और कृष्ण का संदर्भ
सपा ने मुख्यमंत्री योगी पर धार्मिक आस्थाओं को राजनीति का मुद्दा बनाने का आरोप लगाया। मनोज काका ने कहा, “योगी आदित्यनाथ मर्यादा पुरुषोत्तम राम और भगवान कृष्ण के प्रशंसक होने का दावा करते हैं, लेकिन वे उनके मूल्यों और मान्यताओं का पालन नहीं करते।” उन्होंने यह भी कहा कि भगवान कृष्ण उन्मादी नहीं थे और ऐसे लोग उनके सच्चे भक्त नहीं हो सकते।
सपा प्रवक्ता ने योगी आदित्यनाथ से अपील की कि वे भगवान राम को राजनीति का विषय न बनाएं। राम केवल आस्था और धार्मिक महत्व का प्रतीक हैं, उन्हें राजनीति में लाना उचित नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने रोजगार और शिक्षा के मुद्दों पर भी सरकार से सवाल किए।
हरियाणा की चुनावी सभा में सीएम योगी का बयान
हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धारा 370 और जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब एक मौलवी ने उनसे राम-राम कहा, तो उन्हें समझ आ गया कि धारा 370 हटने का असर है। उन्होंने दावा किया कि जो लोग पहले भारत को कोसते थे और उसकी संप्रभुता को चुनौती देते थे, अब वे भी ‘राम-राम’ करने लगे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा की भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि राम मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि का विरोध करने वाले लोग अब सड़कों पर ‘हरे कृष्णा, हरे रामा’ करते नजर आएंगे।
सपा का चुनावी मुद्दों पर जोर
सपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री योगी के इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा सरकार केवल धार्मिक मुद्दों को उठाकर जनता का ध्यान असली समस्याओं से भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास रोजगार, शिक्षा, और विकास के मुद्दों पर बात करने के लिए कुछ भी ठोस नहीं है।
सपा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रदेश में आरक्षण के मुद्दे पर भी असफल रही है। शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का पालन नहीं हो रहा है और प्रदेश की कानून व्यवस्था भी चरमराई हुई है
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले सियासी तनाव बढ़ता जा रहा है। सपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला करते हुए उन पर नफरत फैलाने और असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। सपा ने कहा है कि जनता अब सपा के साथ खड़ी है और भाजपा की विफलताओं को देख चुकी है।