रेप के आरोप में सपा नेता नवाब सिंह यादव का नाम आया सामने
Kannauj: अयोध्या के बाद अब कन्नौज में 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची से हुए रेप के मामले ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। इस घटना में समाजवादी पार्टी के नेता नवाब सिंह यादव का नाम सामने आया है, जिससे राजनीति और गरमा गई है। इस मामले में सपा की प्रवक्ता जूही सिंह द्वारा की गई नार्को टेस्ट की मांग पर बीजेपी ने तीखा हमला किया है।
जूही सिंह के बयान पर बीजेपी का तीखा हमला
बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने सपा प्रवक्ता जूही सिंह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जूही सिंह नाबालिग पीड़िता पर ही सवाल उठा रही हैं। मालवीय ने कहा, “जूही सिंह, जो कि अखिलेश यादव और डिंपल यादव की करीबी सपा नेता हैं, ने नवाब सिंह यादव के बचाव में नाबालिग बलात्कार पीड़िता पर लांछन लगाया है कि कौन सी 15 वर्षीय लड़की रात को नौकरी मांगने जाती है?” मालवीय ने इसे ‘लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है’ का फीमेल वर्जन करार दिया।
सपा नेता की नार्को टेस्ट की मांग और सवालों पर विवाद
जूही सिंह ने इस मामले में नार्को टेस्ट की मांग करते हुए सवाल उठाए थे कि 15 साल की बच्ची रात में नौकरी मांगने क्यों गई थी। उन्होंने कहा कि नवाब सिंह सपा के पुराने नेता हैं और उन्होंने पीड़िता को चार-पांच साल से जानने का दावा किया। उन्होंने इस मामले को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की और इसे साजिश का हिस्सा बताया।
पुलिस की कार्रवाई और बीजेपी का पलटवार
इस बीच, कन्नौज रेप मामले में पीड़िता के मेडिकल टेस्ट में रेप की पुष्टि हो चुकी है। पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने भी बयान दिया है, जिसमें उसने रेप की बात कही है। इसके आधार पर यूपी पुलिस ने नवाब सिंह यादव के खिलाफ बलात्कार की धाराओं में केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि आरोपी नवाब सिंह यादव, सपा नेता डिंपल यादव के सहयोगी थे, जब वह कन्नौज से सांसद थीं।
कन्नौज रेप कांड ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस घटना ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि सियासी दलों के बीच तीखी बयानबाजी भी शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में जांच कैसे आगे बढ़ती है और क्या न्याय की प्रक्रिया में सच्चाई सामने आ पाती है।