दिल्ली में छठ पूजा की तैयारियों के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच राजनीतिक विवाद तेजी से बढ़ गया है। छठ पूजा घाटों के मुद्दे को लेकर AAP ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी छठ घाटों पर रोक लगाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप सांसद संजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री आतिशी का बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया पर एक बयान में लिखा, “बीजेपी पूर्वांचलियों से नफ़रत करती है। इनकी राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि वे ग्रेटर कैलाश में DDA के माध्यम से छठ घाट पर रोक लगा रहे हैं। आस्था के इस महापर्व छठ के संदर्भ में ऐसी ओछी राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और बीजेपी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
संजय सिंह का हमला
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मैं बार-बार कहता हूं कि बीजेपी पूर्वांचलियों से नफ़रत करती है। ग्रेटर कैलाश में बीजेपी के पार्षद ने छठ घाट तोड़ा था। अब बीजेपी वाले DDA के माध्यम से छठ घाट पर रोक लगा रहे हैं। अगर छठ घाट के साथ खिलवाड़ किया गया, तो इसके परिणाम भयानक होंगे।”
मंत्री सौरभ भारद्वाज की प्रतिक्रिया
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “पूर्वांचल स्वाभिमान जिंदाबाद! चिराग दिल्ली और उसके आस-पास के पूर्वांचल भाइयों का छठ घाट बीजेपी शासित DDA द्वारा रोका जा रहा है। पूर्वांचल के सम्मान के लिए, और पूर्वांचल के भाइयों के हक़ की आवाज़ उठाने मैं सतपुला ग्राउंड, चिराग दिल्ली जाऊंगा।”
पूर्वांचलियों का समर्थन
यह विवाद इस बात को दर्शाता है कि छठ पूजा केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि यह राजनीतिक पहचान का भी प्रतीक बन गया है। AAP नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि छठ पूजा के साथ कोई भी राजनीतिक छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और वे पूर्वांचलियों के अधिकारों के लिए खड़े रहेंगे।
इस बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस राजनीतिक द्वंद्व का क्या प्रभाव पड़ता है और दिल्ली के नागरिकों की भावनाएं कैसे बदलती हैं। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच यह टकराव दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, खासकर जब बात आस्था और संस्कृति की हो।
छठ पूजा को लेकर चल रहे इस विवाद ने दिल्ली में राजनीति के एक नए आयाम को उजागर किया है। AAP और बीजेपी के बीच का यह विवाद न केवल राजनीतिक बल्कि सांस्कृतिक पहचान का भी सवाल बन गया है। आने वाले दिनों में, इस मुद्दे पर और भी बयान और कार्रवाइयाँ देखने को मिल सकती हैं।