दिल्ली में शनिवार को प्रदूषण से लोगों को कोई राहत नहीं मिल पाई। हालांकि, बीती रात से हवा चलने की वजह से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में आंशिक सुधार देखने को मिला है, लेकिन दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर अभी भी स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदेह बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के 40 निगरानी केंद्रों में से अधिकांश पर प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी रही, जबकि कुछ केंद्रों पर एक्यूआई में मामूली सुधार देखा गया। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव के संकेत दिए हैं, जो प्रदूषण की स्थिति को सुधार सकता है।
नरेला और मुंडका में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में
शनिवार सुबह दिल्ली के नरेला और मुंडका इलाकों में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। नरेला में एक्यूआई सुबह 313 पर पहुंच गया, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार, आज (शनिवार) का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। दिल्ली में कोहरे की परत भी देखी जा सकती है, जो प्रदूषण के प्रभाव को और बढ़ा सकता है।
शुक्रवार को एक्यूआई 380 तक पहुंचा, 12 क्षेत्रों में गंभीर स्थिति
शुक्रवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही और एक्यूआई 380 तक पहुंच गया, जबकि 10 से अधिक निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता के स्तर को ‘गंभीर’ बताया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को शाम 4 बजे तक 24 घंटे का औसत एक्यूआई 380 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, 38 निगरानी केंद्रों में से 12 केंद्रों का एक्यूआई 400 से ऊपर रहा, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
जहां एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया, उनमें आनंद विहार, रोहिणी, पंजाबी बाग, वजीरपुर, मुंडका, जहांगीरपुरी, अशोक विहार, बवाना, नरेला, नेहरू नगर और मोती बाग शामिल हैं। एक्यूआई के विभिन्न स्तरों के बारे में बात करें तो, 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 के बीच को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
कोहरे की मोटी परत और तापमान में वृद्धि
शुक्रवार को दिल्ली में स्मॉग (धुंध) की मोटी परत छाई रही, जिससे प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो गई। दिन का तापमान सामान्य से 2.2 डिग्री अधिक 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का न्यूनतम तापमान है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 नवंबर को इस मौसम का दूसरा सबसे कम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस था।
प्रदूषण की स्थिति में बदलाव की उम्मीद
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव आ सकता है, जिससे प्रदूषण की स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है। हालांकि, अभी भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत ही गंभीर है और इसके कारण सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। ऐसे में, दिल्लीवासियों को सतर्क रहने और प्रदूषण से बचाव के उपायों को अपनाने की जरूरत है।