तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने हमेशा ही वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है, लेकिन बुधवार को यह विधेयक लोकसभा में पास हो गया। इस बीच, चर्चा के दौरान टीएमसी के तीन सांसदों की अनुपस्थिति ने पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को नाराज कर दिया है। पार्टी के अन्य नेताओं से चर्चा करने के बाद ममता बनर्जी इन सांसदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की संभावना जता रही हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करती रही है टीएमसी
वक्फ संशोधन विधेयक, जिसे बुधवार को लोकसभा में पारित किया गया, एक संवेदनशील मुद्दा था। इस विधेयक के तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और नियंत्रण में बदलाव की बात की जा रही थी, जिसका विरोध टीएमसी ने शुरू से ही किया था। पार्टी का कहना था कि इस विधेयक से वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता पर हमला हो सकता है और यह अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन कर सकता है।
टीएमसी ने इस विधेयक के खिलाफ अपने राजनीतिक रुख को स्पष्ट किया था और पार्टी के नेता व सांसद लगातार इस मुद्दे पर संसद में विरोध जताते रहे थे। लेकिन, इसके बावजूद बुधवार को विधेयक लोकसभा में पारित हो गया।
तीन सांसदों की अनुपस्थिति से नाराज ममता बनर्जी
विधेयक पर चर्चा के दौरान, टीएमसी के तीन सांसद लोकसभा में अनुपस्थित थे। इस पर ममता बनर्जी ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और पार्टी अनुशासन पर सवाल उठाए। टीएमसी सुप्रीमो के अनुसार, यह पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा था और सांसदों को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए उपस्थित होना चाहिए था। उनकी अनुपस्थिति ने पार्टी की नीतियों और विरोध को कमजोर किया, जिसके कारण ममता बनर्जी को गहरी निराशा हुई है।
कार्रवाई की संभावना
सूत्रों के अनुसार, ममता बनर्जी अब इन सांसदों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का विचार कर रही हैं। पार्टी के अन्य नेताओं से इस बारे में चर्चा की जा रही है, ताकि यह तय किया जा सके कि इन सांसदों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएं। कुछ नेताओं का मानना है कि ऐसे सांसदों को पार्टी से बाहर भी किया जा सकता है, ताकि यह संदेश जाए कि पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
टीएमसी की स्थिति पर प्रभाव
टीएमसी के लिए यह एक संवेदनशील मुद्दा है, क्योंकि पार्टी ने हमेशा अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों और उनकी रक्षा को प्राथमिकता दी है। वक्फ विधेयक पर चर्चा में अनुपस्थिति, पार्टी के विरोधी दलों को यह आरोप लगाने का मौका दे सकती है कि टीएमसी अपने रुख में दृढ़ नहीं है। इस स्थिति से निपटने के लिए ममता बनर्जी को पार्टी की छवि को बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान अनुपस्थिति पर असंतोष
टीएमसी ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाया था, लेकिन विधेयक के पारित होने के बाद, पार्टी के सांसदों की अनुपस्थिति ने ममता बनर्जी को असंतुष्ट किया है। अब यह देखना होगा कि पार्टी इस मुद्दे पर किस तरह की कार्रवाई करती है और सांसदों के खिलाफ क्या निर्णय लिया जाता है।