Up Panchayat Elections : उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह चुनाव जनवरी-फरवरी 2026 में संभावित माने जा रहे हैं। आयोग की ओर से 75 में से 67 जिलों में मतपेटिकाओं की आपूर्ति के लिए ई-टेंडर जारी कर दिए गए हैं।
ई-टेंडर प्रक्रिया से शुरू हुई चुनावी तैयारी
राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की दिशा में पहला ठोस कदम उठाते हुए ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। आयोग के अनुसार, 6 जून से यह प्रक्रिया आरंभ होगी और 9 जून को टेंडर खोले जाएंगे। इस बार जिन 67 जिलों में मतपेटिकाएं खरीदी जानी हैं, उनके लिए बजट का भी पहले से प्रबंध कर लिया गया है। यह पूरी प्रक्रिया आगामी चार महीनों के भीतर पूरी कर ली जाएगी, जिससे समय से पहले तैयारियां पूरी हो सकें।
जनवरी-फरवरी 2026 में संभावित चुनाव
2026 में प्रस्तावित पंचायत चुनाव इसलिए भी खास हैं क्योंकि उसके अगले साल, यानी 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पंचायत चुनाव को एक प्रकार का राजनीतिक सेमीफाइनल माना जा रहा है। प्रदेश की ग्रामीण आबादी पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में मतदान करती है, और यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल पंचायत चुनाव को गंभीरता से ले रहे हैं।
राजनीतिक दल भी हुए सक्रिय
चुनाव की तैयारियों के बीच राजनीतिक हलचल भी बढ़ गई है। सत्ताधारी पार्टी से लेकर विपक्ष तक, सभी दल ग्राम पंचायत स्तर तक अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश में इस समय कुल 57,691 ग्राम पंचायतें, 826 ब्लॉक पंचायतें और 75 जिला पंचायतें हैं, जिन पर आगामी चुनाव होंगे। ये चुनाव केवल प्रशासनिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
मतदाता सूची में संशोधन की तैयारी
पंचायत चुनाव की प्रक्रिया को पारदर्शी और अद्यतन बनाए रखने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की भी योजना बनाई है। यह प्रक्रिया जुलाई से दिसंबर 2025 तक चलेगी, जिसके तहत नए मतदाताओं का नाम जोड़ने और पुरानी सूची को अपडेट करने का कार्य होगा।